बिलासपुर/ आबकारी विभाग में रिटायरमेंट के बाद भी 9 साल तक OSD रहे समुद्र सिंह की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट ने अपना फैसला रिजर्व रख लिया है। सिंह पर आबकारी आयुक्त के पद पर रहते हुए निजी शराब कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप था। जिसकी वजह से सरकार को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा था। जिसके बाद सिंह के कई ठिकानों पर ACB और EOW ने छापा भी मारा था। जिसमें 100 करोड़ की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ था। समुद्र सिंह फिलहाल पिछले 6 महीने से जेल में बंद है।
रिटायर हुए तो संविदा नियुक्ति मिली
जानकारी के मुताबिक रिटायर होने का बाद भी बीजेपी शासनकाल में उन्हें संविदा नियुक्ति दी गई थी। सिंह के खिलाफ 2 साल पहले रायपुर के कांग्रेस नेता नितिन भंसाली द्वारा 116 पन्नों में की गई शिकायत पर उनके विरुद्ध जांच शुरू की गई थी। जिसमें पाया गया था कि शराब निर्माता कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए उन्होंने शासन को करोड़ों रुपए का चूना लगाया है।
भाजपा सरकार में रिटायरमेंट के बाद करीब 9 सालों तक संविदा में समुद्र सिंह ने अपनी सेवाएं दी थीं
कांग्रेस सरकार बनते ही इस्तीफा दिया
जांच में यह भी पता चला था कि शराब निर्माताओं को शराब के टैक्स में बड़े पैमाने पर अतिरिक्त छूट दी गई। नीतियां कुछ ऐसी बनाई गईं कि शराब निर्माताओं को ज्यादा लाभ पहुंचाया जा सके। उनके प्रॉफिट मार्जिन को भी बढ़ाया गया था। निम्न श्रेणी की शराब को आईएमएल केटेगरी में रख दिया गया। भाजपा सरकार में रिटायरमेंट के बाद करीब 9 सालों तक संविदा में समुद्र सिंह ने अपनी सेवाएं दी थीं। आबकारी विभाग में विशेष कर्तव्यनिष्ट अधिकारी के पद पर वे पदस्थ थे। लेकिन राज्य में कांग्रेस सरकार बनते ही उन्होंने अपने संविदा के पद से इस्तीफा दे दिया था
100 करोड़ की बेनामी संपत्ति का खुलासा
इधर, कांग्रेस नेता की शिकायत के बाद ही उन पर शिकंजा कसा गया था और ACB, EOW ने समुद्र सिंह के कई ठिकानों में छापा मारा था। छापामार कार्रवाई के दौरान वे फरार भी हो गए थे। छापे में समुद्र सिंह के ठिकानों से 20 से ज्यादा मकान, बंगलों के दस्तावेज मिले। इसके अलावा अनूपपुर में 70 एकड़ का फार्म हाउस, पेट्रोल पंप और नगद राशि बरामद की गई थी। दस्तावेज के आधार पर ही की गई पड़ताल के बाद यह भी सामने आया कि सिंह ने 100 करोड़ की बेनामी संपत्ति शिमला, नोएडा समेत कई शहरों में खरीदी हुई हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तरप्रदेश के अलावा दक्षिण के कुछ राज्यों में भी उनकी खरीदी संपत्ति के बारे में पता चला। समुद्र सिंह ने कार,डंपर, ट्रक आदि भी दूसरों के नाम पर खरीदे थे।
पिछले साल हुए गिरफ्तार
समुद्र सिंह पर जैसी की कार्रवाई की आंच पहुंची और जेसी ही एसीबी और EOW ने छापा मारा तो वे फरार गो हए थे। समुद्र सिंह करीब डेढ़ साल तक फरार रहे। जिसके बाद उन्हें पिछले साल नवंबर महीने में उनके बोरिया कला स्थित निवास से गिरफ्तार कर लिया गया था। समुद्र सिंह फिलहाल रायपुर जेल में बंद है।