Friday, April 19, 2024
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शिक्षकों की विधवाओं का बारिश में प्रदर्शन: बच्चों के साथ निकलीं विधानसभा घेरने, पुलिस ने रोका तो बोलीं-घर कैसे चलाएं; अनुकंपा नियुक्ति के लिए 3 साल से भटक रहे…

रायपुर/ पंचायत शिक्षकों की मौत के बाद परिवार के किसी भी सदस्य काे अब तक अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिली है। कोई तीन साल से भटक रहा है तो कोई चार साल से। आर्थिक तंगी से जूझ रहीं शिक्षकों की विधवाएं अब रायपुर में धरना दे रही हैं। मंगलवार को इन महिलाओं ने रैली निकालकर विधानसभा का घेराव करने का एलान किया। धरना स्थल से कुछ ही दूरी पर पुलिस ने रोक लिया। बारिश के बीच महिलाएं सड़क पर बैठ गईं। सफेद साड़ी पहनकर सरकार से अपनी मांगे मनवाने निकली महिलाएं पूरी तरह भीग चुकी थीं। कुछ के साथ छोटे बच्चे भी थे।

महिलाओं की मांग पर अब तक कोई गंभीर विचार नहीं किया गया है।

महिलाओं की मांग पर अब तक कोई गंभीर विचार नहीं किया गया है।

अफसरों के साथ हुई बहस
महिलाएं विधानसभा जाने की जिद कर रही थीं। अफसरों ने धरना स्थल से किसी को भी आगे जाने नहीं दिया। काफी देर तक इनके बीच बहस होती रही। महिलाओं की जिद को देखकर SDM ने उन्हें समझाया। कोई भी प्रदर्शनकारी उन्हें ज्ञापन देने का राजी नहीं था। सभी ने कहा कि पिछले दिनों भी ज्ञापन दिया था, मगर हुआ कुछ नहीं। जैसे-तैसे महिलाएं ज्ञापन देने को राजी हुईं और कहा कि 29 तारीख तक यदि हमारी मांगे नहीं मानी गईं तो हम और उग्र आंदोलन करेंगे। महिलाओं को कुछ हुआ तो जिम्मेदारी अधिकारियों और मंत्रियों की होगी।

छोटी बच्ची भी मां के साथ आई।

छोटी बच्ची भी मां के साथ आई।

घर कैसे चलाएं
जांजगीर से आई अश्वनी सोनवानी के पति पंचायत शिक्षक थे। 2017 में पति की हार्ट अटैक से मौत हो गई। अब दो बच्चे हैं। ससुर को लकवा मार गया है। लोगों से उधार रुपए लेकर बुजुर्ग ससुर का इलाज करवा रही हैं। ट्रीटमेंट के लिए पैसे नहीं होते हैं। 17 साल की बैटी ने 10वीं में टॉप किया था। मगर अब उसे आगे पैसों की तंगी की वजह से पढ़ा नहीं पा रहीं। अश्वनी ने पूछा कि हम घर कैसे चलाएं, जिन शिक्षकों का संविलियन हुआ उनके परिवार को सरकार ने अनुकम्पा नियुक्ति दे दी, हमारे पति भी तो पढ़ाते थे। हमें क्यों परेशान किया जा रहा है हमारी तकलीफ कोई नहीं समझ रहा।

क्वालिफिकेशन के नियम का पंगा
दिवंगत शिक्षकों की पत्नियां 12वीं पास हैं, किसी ने बीएड भी किया है। अब इन्हें टीजर एजिबिलिटी टेस्ट, D.ED के बिना अनुकम्पा नियुक्ति न दिए जाने का नियम बताया जा रहा है। दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकम्पा संघ की अध्यक्ष माधुरी मृगे ने बताया कि चुनाव के समय कांग्रेस के बड़े नेताओं ने कहा था कि सरकार बनने के बाद नियमों को शिथिल करेंगे। आपको नौकरी मिलेगी। माधुरी ने कहा कि हमारे साथ जो हुआ अचानक हुआ, कोई तैयारी तो नहीं करता है न कि पति मरे तो मैं पहले से ही सारे कोर्स कर लूं। अब परिवार में पैसे नहीं कि हम कोर्स करें। हम चाहते हैं कि जिसकी जैसी योग्यता है उसे वैसा रोजगार सरकार दे दे।

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