इस्लामाबाद/वॉशिंगटन: पाकिस्तान में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कुनबे का क्रिप्टो कारोबार अब आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर संभालेंगे। वाइट हाउस में हाल में ट्रम्प द्वारा मुनीर को डिनर डिप्लोमेसी के तहत न्योते में क्रिप्टो डील को फाइनल करना था।
पाक क्रिप्टो काउंसिल ने पाकिस्तान के 17,000 करोड़ रुपए के क्रिप्टो बिजनेस का ट्रम्प परिवार के दबदबे वाली वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल से करार किया है। पाक सरकार ने क्रिप्टाे बिजनेस के अनुकूल नीतियों में बदलाव भी शुरू कर दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार ट्रम्प परिवार अगले दो साल में पाक में क्रिप्टो बिजनेस को दोगुना कर 34 हजार करोड़ रुपए करने की तैयारी में है। मुनीर पाक में क्रिप्टो बिजनेस को अपने हाथ में लेंगे। इसे ऑपरेशन सिंदूर के बाद मुनीर द्वारा सीजफायर करने का ट्रम्प की ओर से इनाम समझा जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार ट्रम्प-मुनीर में डील कराने में पाक मूल के अमेरिकी बिजनेसमैन साजिद तरार अहम किरदार हैं। रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े तरार फाइनेंस व रियल एस्टेट फर्म मैक्सिमस इन्वेस्टमेंट ग्रुप चलाते हैं। मुनीर को डिनर का न्योता दिलाने में भी तरार का मुख्य रोल रहा।

पाकिस्तानी आर्मी चीफ मुनीर बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ लंच करने व्हाइट हाउस पहुंचे थे।
मुनीर को कमान क्यों…
पाकिस्तानी आर्मी के कई बिजनेस भी चलते हैं। अनुमान है कि पाक आर्मी का लगभग सवा दो लाख करोड़ रुपए का बिजनेस है। फौजी फाउंडेशन (एफडी), आर्मी वेलफेयर ट्रस्ट (एवीटी) और डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी (डीएचए) जैसे संगठन ये बिजनेस चलाते हैं।
ये संगठन उर्वरक, सीमेंट, ऊर्जा, रियल एस्टेट और अन्य क्षेत्रों में व्यापार करते हैं। आर्मी चीफ मुनीर इस आर्मी के बिजनेस की आय के कुछ हिस्सा क्रिप्टो करंसी में भी लगा सकते हैं।
क्रिप्टो में आतंक को फंडिंग का मंसूबा
पाकिस्तान आतंकी फंडिंग के कारण एफएटीएफ (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) संस्था की वॉचलिस्ट में है। जानकारों का मानना है कि पाक क्रिप्टो करंसी में आतंकी फंडिंग कर एफएटीएफ के निगरानी तंत्र को गच्चा दे सकता है। क्रिप्टो करंसी में शामिल ब्लॉकचेन की जटिलता लेनदेन को ट्रैक करना मुश्किल बनाती है। इसका फायदा उठाकर अवैध आतंकी फंडिंग छिपाई जा सकती है।
पाक को द. एशिया की क्रिप्टो कैपिटल बनाने का प्लान
ट्रम्प का प्लान है कि पाकिस्तान को दक्षिण एशिया की क्रिप्टो कैपिटल बनाया जाए। चेन एनालिसिस रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबल क्रिप्टो एडैप्टेशन में पाकिस्तान 9वें नंबर पर है। यहां पिछले तीन साल में क्रिप्टो बिजनेस दोगुना हो गया है।
करीब 24.5 करोड़ की आबादी में से लगभग 2.75 करोड़ लोग क्रिप्टो यूजर हैं—जो दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा है। इसकी बड़ी वजह वहां की ब्लैक इकोनॉमी मानी जा रही है। पाक जीडीपी में 46वें, प्रति व्यक्ति आय में 155वां नंबर पर है।
क्रिप्टो करंसी वॉलेट, माइनिंग का प्लान
पीएम शहबाज के क्रिप्टो पर सलाहकार बिलाल ने वेगास कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस की मौजूदगी में कहा, पाक क्रिप्टो करंसी वॉलेट और बिटकॉइन माइनिंग का प्लान बना चुका है।
इसे जल्द लागू कर दिया जाएगा। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान और सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड को भी क्रिप्टो को लेकर नए कानून बनाने के लिए गाइडलाइंस बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
बता दें कि सरकार ने बिटकॉइन माइनिंग फर्म और एआई डेटा सेंटर के लिए दो हजार मेगावाॅट की अतिरिक्त पावर सप्लाई की मंजूरी दी है।
ट्रम्प के दो बेटे व दामाद, शरीफ खानदान के दो बेटे पार्टनर होंगे
क्रिप्टो करंसी के कारोबार से अमेरिका और पाकिस्तान के राजनीतिक परिवारों को बड़ा फायदा मिल सकता है। पाकिस्तान ने इसके लिए वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल (डब्ल्यूएलएफ) से करार किया है, जिसमें ट्रम्प परिवार की 60% से ज्यादा हिस्सेदारी है। ट्रम्प के सलाहकार जाकरी विटकॉफ के बेटे स्टीव, जो डब्ल्यूएलएफ से जुड़े हैं, हाल ही में इस्लामाबाद में मुनीर और पीएम शहबाज शरीफ से मिले थे।
ट्रम्प जूनियर: डोनाल्ड ट्रम्प के बड़े बेटे हैं। डब्ल्यूएलएफ में 25% हिस्सेदारी है। पाक में क्रिप्टो कारोबार को लीड करेंगे।
एरिक ट्रम्प: ट्रम्प के दूसरे नंबर के बेटे हैं, डब्ल्यूएलएफ में 15% हिस्सेदारी है। पाक में क्रिप्टो कारोबार की रूटीन निगरानी करेंगे।
जेरेड कुशनर: ट्रम्प की बेटी इवांका के पति हैं। बिजनेसमैन और निवेशक हैं। अमेरिका से इन्वेस्टमेंट को पाकिस्तान में डायवर्ट करेंगे।
सलमान शरीफ: पीएम शहबाज शरीफ के बेटे हैं। पाक के पंजाब प्रांत के बड़े उद्योगपति हैं। सोलर पैनल के पाक में सबसे बड़े आयातक हैं।
हुसैन नवाज: पूर्व पीएम नवाज शरीफ के सबसे छोटे बेटे हैं। सलमान के लाहौर में क्रिप्टो ऑफिस में पार्टनर हैं। हुसैन यूएई और ब्रिटेन से डिजिटल फाइनेंस और इंटरनेशनल टोकन ऑपरेशन का काम देखेंगे।

(Bureau Chief, Korba)