भिलाई/ छत्तीसगढ़ में दुर्ग के पचरी पारा स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी में लूट का प्रयास करने वाले दूसरे आरोपी आदर्श त्रिपाठी का 32 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस उसकी तलाश MP रूट की ट्रेनों में कर रही है। पकड़े गए आरोपी विनय बाफना ने लूट की साजिश 6 महीने पहले ही रच ली थी। इसके लिए आदर्श से पिस्टल और एक लाख में सौदा तय हुआ था। विनय ही आदर्श को छतरपुर से कार में लेकर आया और वारदात से दो दिन पहले रेकी भी की। गार्ड नहीं होने के कारण इस ब्रांच को चुना गया।
गोल्ड से भरी तिजोरी लूट कार से भागना था मध्य प्रदेश
इस पूरी घटना का CCTV फुटेज भी सामने आ गया है। दोनों की नजर कंपनी में रखे जाने वाले गोल्ड लॉकर पर थी। वे इसे लेकर कार से MP भागना चाहते थे। हालांकि, उनकी कोशिश कामयाब नहीं हो सकी। कंपनी के असिस्टेंट हेड कमलेश भट्ट पिस्टल लिए आदर्श से भिड़ गए। इस दौरान कर्मचारी ममता साहू ने अलार्म का बटन दबा दिया। इन सबके बीच आदर्श भाग निकला, पर विनय पकड़ा गया। विनय ने जब्त की गई कार उसकी बताई है, पर पुलिस को चोरी की होने की आशंका है।
आरोपी और कर्मचारी के बीच संघर्ष के समय चोट लगने से खून भी निकला।
बैग में खाना-पानी, क्लोरोफार्म, दवाई सब लेकर आए थे
पुलिस ने आरोपी विनय से एक बैग भी बरामद किया है। उसमें खाना-पानी, क्लोरोफार्म, दवाई और कुछ अन्य सामान मिला है। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपियों की मंशा स्टाफ को बेहोश करने की थी। इसके बाद रास्ते में कहीं रुकना नहीं था, सीधे छतरपुर जाना था। भूख लगती तो रास्ते के लिए खाने का इंतजाम कर रखा था, लेकिन कर्मचारियों की बहादुरी से आरोपियों का प्लान ए और बी दोनों फेल हो गया।
कैटरिंग का बिजनेस डूबा तो लूट का धंधा शुरू किया
शुरुआती पूछताछ में विनय ने लूट की साजिश से ही इनकार कर दिया। उसका कहना था कि वह रुपए जमा करने के लिए ब्रांच में गया था। फिर पुलिस ने उसे CCTV फुटेज दिखाया तो वारदात स्वीकार कर ली। पुलिस को विनय के पास से टूरिज्म मंत्रालय की फर्जी सील, प्रेस कार्ड भी मिला है। उसने बताया कि कैटरिंग के बिजनेस में नुकसान हुआ। कर्ज उतारने के लिए वह दो साल से CBI अफसर बन रेड कर डर दिखा लोगों को लूट रहा था।
पकड़े गए आरोपी विनय बाफना ने लूट की साजिश 6 माह पहले ही रच ली थी।
अन्य राज्यों से संपर्क में पुलिस, गुजरात, दिल्ली, MP में वारदात
एडिशनल SP संजय ध्रुव ने बताया, फरार आदर्श त्रिपाठी की तलाश जारी है। उसका मोबाइल बंद है। हालांकि, राजनांदगांव, दुर्ग और रायपुर से MP की ओर जाने वाली ट्रेनों और बसों में तलाशी ली जा रही है। आरोपी से अलग-अलग होटलों के बिल मिले हैं। ऐसे में आशंका है कि इन्होंने गुजरात के सूरत, दिल्ली और MP के जबलपुर, इंदौर व छतरपुर में भी वारदातों को अंजाम दिया है। इसके लिए उन राज्यों की पुलिस से भी संपर्क में हैं।
लूट की घटना को असफल करने वालो को सम्मान।
बहादुर कर्मचारियों को किया गया सम्मानित
मणप्पुरम में लूट की कोशिश को अपनी जान पर खेल नाकाम करने वाले कर्मचारी कमलेश भट्ट और ममता साहू को सम्मानित किया गया। SP प्रशांत अग्रवाल ने दोनों कर्मचारियों का प्रशस्ति पत्र दिया। उनके साथ ही तत्काल मौके पर पहुंच कर बदमाश को पकड़ने वाली पुलिस टीम को भी सम्मानित किया गया।
नकाब पहनकर घुसे थे , कर्मचारियों से रुपए भी लूटे
मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी में गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे दोनों बदमाश नकाब पहनकर घुसे। इस दौरान वहां मौजूद कर्मचारियों को पिस्टल दिखाकर एक लाख रुपए भी लूट लिए। हालांकि, कर्मचारियों की सतर्कता और हिम्मत के चलते गोल्ड कंपनी में लूट नाकाम हो गई।