Saturday, April 20, 2024
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जबलपुर में मानव तस्करी के गवाह की हत्या: महिला का पहले गला रेता फिर पत्थर से सिर कुचला; जिस दोस्त के घर में लाश मिली, वह वारदात के बाद से फरार…

जबलपुर में 24 वर्षीय महिला की गला रेत कर और चेहरे पर पत्थर पटक कर हत्या कर दी गई। संदेही दोस्त के घर में महिला की खून से लथपथ लाश मिली है। महिला का संदेही दोस्त फरार है। महिला राजस्थान से जुड़े मानव तस्करी के प्रकरण में मुख्य गवाह थी। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।

ग्वारीघाट TI भूमेश्वरी चौहान के मुताबिक सुबह करीब पौने आठ बजे भीमनगर के पास लालकुआं निवासी संदेही के भाई राजू गढ़वाल ने थाने में सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो एक कमरे में महिला की लाश पड़ी थी। उसकी पहचान ग्वारीघाट पुरानी बस्ती में रहने वाली शालिनी जैन (24) के रूप में हुई। पुलिस ने ग्वारीघाट में भीख मांगने वाली उसकी मां मोनाबाई विश्वकर्मा को घटनास्थल पर बुलाया। उसने शव की पहचान बेटी के रूप में की। पुलिस को बताया कि शालिनी रविवार शाम 4.30 बजे के लगभग निकली थी। तब से घर नहीं लौटी थी।

मकान के पीछे वाले कमरे में पड़ी थी लाश।

मकान के पीछे वाले कमरे में पड़ी थी लाश।

पप्पू गढ़वाल के मकान में मिली शालिनी की लाश

टीआई चौहान के मुताबिक शालिनी की लाश लालकुआं निवासी भूपेंद्र उर्फ पप्पू गढ़वाल के मकान में मिली है। भूपेंद्र घटनास्थल से फरार है। प्रारंभिक तौर पर पुलिस भूपेंद्र को ही संदेही मान रही है। शव के पास ही हत्या में प्रयुक्त बड़ा सा पत्थर भी पड़ा था। महिला की लाश फर्श पर बिछे बिस्तर पर पड़ी थी। कमरे में खून फैला था। इसी कमरे में भूपेंद्र छोटे सिलेंडर से खाना भी बनाता था। कढ़ाई और और दो जूठी दो थाली पड़ी थीं। अनुमान है कि दोनों ने रात में साथ-साथ खाना भी खाया होगा।

लाल कुआं के इस मकान में शालिनी जैन नाम की हत्या की सूचना पर पहुंची ग्वारीघाट पुलिस।

लाल कुआं के इस मकान में शालिनी जैन नाम की हत्या की सूचना पर पहुंची ग्वारीघाट पुलिस।

भूपेंद्र को मौसी ने पाला है

पता चला है कि भूपेंद्र गढ़वाल (48) की शादी नहीं हुई है। जब वह 4 साल का था, तब उसकी मां सरस्वती बाई का निधन हो गया था। पिता भगवानदास ने पत्नी की बहन बसंती बाई से दूसरी शादी कर ली थी। बसंती बाई ने ही भूपेंद्र और अपने पांच और बच्चों को पाला है। बसंती बाई के मुताबिक भूपेंद्र बड़ा होने के बाद से ही पीछे के हिस्से में अलग रहने लगा है। वह बेलदारी का काम करता है। भूपेंद्र की कुछ समय से शालिनी जैन से दोस्ती हो गई थी। शालिनी की भूपेंद्र उर्फ पप्पू जैन के साथ काम करने वाले ग्वारीघाट पानी टंकी के पास रहने वाले वीरा से भी दोस्ती थी। आशंका है कि इसी त्रिकोण को लेकर रात में विवाद हुआ होगा। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया।

आंगन में रखे पत्थर से की गई है हत्या। घटनास्थल की जांच करते एएसपी गोपाल खांडेल और सीएसपी कैंट भावना मरावी।

आंगन में रखे पत्थर से की गई है हत्या। घटनास्थल की जांच करते एएसपी गोपाल खांडेल और सीएसपी कैंट भावना मरावी।

भूपेंद्र घर से फरार, सुबह रांझी में मिली आखिरी लोकेशन

भूपेंद्र घर के पीछे वाले हिस्से में रहता है, जबकि उसकी मौसी और उनकी बेटियां आगे वाले हिस्से में रहते हैं। भूपेंद्र की तलाश में क्राइम ब्रांच और ग्वारीघाट की पुलिस जुटी है। उसकी आखिरी मोबाइल लोकेशन सुबह 7.20 बजे रांझी के पास मिली है। उसके बाद से पता नहीं चल रहा है। पुलिस की एक टीम रांझी पहुंची है। वहीं, दूसरी टीम वीरा को तलाश रही है। पुलिस ने सूचना देने वाले पप्पू के भाई राजू को भी पूछताछ के लिए थाने ले गई है। पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज करते हुए शव को पीएम के लिए भिजवा दिया है। मौके पर एसपी गोपाल खांडेल, सीएसपी केंट भावना मरावी, एसआई रितु उपाध्याय और एफएसएल की टीम भी पहुंची थी।

सोनाबाई ने बेटी शालिनी और संजय जैन के रिश्तों के बारे में दी जानकारी।

सोनाबाई ने बेटी शालिनी और संजय जैन के रिश्तों के बारे में दी जानकारी।

6 साल पहले किया था प्रेम विवाह, बेटी के बाद हो गई अलग

शालिनी जैन ने 6 साल पहले भूकंप कॉलोनी परसवाड़ा निवासी संजय जैन से प्रेम विवाह किया था। 4 साल का बेटा श्रेयांश और दो साल की बेटी अंशिका हैं। संजय गढ़ा में कपड़े की दुकान लगाता है। बेटी के पैदा होने के बाद उनके रिश्तों में खटास पैदा हो गया। इसके बाद से वह बेटी को लेकर ग्वारीघाट स्थित पुरानी बस्ती में रहने लगी। बेटा संजय जैन के पास रहता है, तो बेटी अंशिका नानी सोनाबाई के साथ रहती है। सोनाबाई की शालिनी सहित सिर्फ तीन बेटियां ही थी। पति का निधन हो चुका है। दो बेटियों में एक की नागपुर व एक की कटनी में शादी हो चुकी है। सबसे बड़ी शालिनी ही थी। वह ग्वारीघाट में भीख मांग कर गुजारा करती है।

सांवले रंग ने बिकने से बचाया था

शालिनी जैन को परसवाड़ा भूकंप कॉलोनी निवासी संतोषी मराठा ने कोटा में मजदूरी दिलाने का झांसा देकर 22 जनवरी को ले गई थी। शालिनी ने नानी सोनाबाई से झूठ बोला था कि वह कपड़े लेने जा रही है। इसके बाद नहीं लौटी। 28 जनवरी को सोनाबाई ने उसकी गुमशुदगी ग्वारीघाट में दर्ज कराई थी। रीवा निवासी महिला का आरोपियों ने 2.80 लाख रुपए में बेच दिया था। 70 हजार रुपए में ज्योति नाम की युवती को बेचा गया था। शालिनी के सांवले रंग से वह बिकने से बच गई थी। 7 मार्च को रीवा निवासी पीड़िता खरीदने वाले पति से झूठ बोलकर जबलपुर बेटे से मिलने आए, तब उसने संजय जैन को शालिनी के बारे में बताया था। हालांकि 11 मार्च को ही शालिनी जैन खुद से जबलपुर लौट आई थी। ग्वारीघाट में दर्ज प्रकरण में शालिनी जैन अहम गवाह थी।

मानव तस्करी के दो केस दर्ज हैं

मानव तस्करी के दो एफआईआर मदनमहल व ग्वारीघाट थाने में दर्ज हैं। शालिनी के बयान पर ही ग्वारीघाट पुलिस ने अनिल बर्मन (28), उसकी पत्नी ज्योति बर्मन, परसवाड़ा संजीवनी नगर निवासी संतोषी बैरागी और बूंदी कोटा राजस्थान निवासी सुरेश सिंह ठाकुर व अन्य के खिलाफ और रीवा की रहने वाली पीड़िता की शिकायत पर मदनमहल थाने में अनिल बर्मन, उसकी पत्नी ज्योति बर्मन, संतोषी मराठा, कोटा बूंदी निवासी सुरेश सिंह ठाकुर और 2.80 लाख रुपए में उसे खरीदने वाले जमुना शंकर के खिलाफ धारा मानव तस्करी, रेप, साजिश रचने बंधक बनाने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज हुआ था। अब भी दोनों मामलों के कई आरोपी फरार हैं।

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