पंजाब: अमृतसर के युवक को ईरान में बंधक बना लिया गया और उसे छोड़ने के एवज में 50 लाख की फिरौती की मांग की जा रही है। अजनाला तहसील के गांव ग्रंथगढ़ निवासी बलकार सिंह अपने बेटे गुरप्रीत सिंह को वापस देश लाने की गुहार लगा रहे है।
पिता बलकार सिंह ने बताया कि बेटे गुरप्रीत सिंह (पासपोर्ट नंबर AE110452) की रिहाई के लिए सरकार से मदद मांग रहे है। बलकार सिंह का कहना है कि उनका बेटा गुरप्रीत सिंह एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह की साजिश का शिकार होकर ईरान में बंधक बना हुआ है। बलकार सिंह ने बताया कि गुरप्रीत सिंह ने विदेश जाने की चाहत में एक शख्स पर भरोसा किया, जिसने खुद को ब्रिटेन में रहने वाला मोहम्मद बताकर यूके का वीजा दिलाने का वादा किया।
ईरान पहुंचते ही बनाया बंधक
उसने गुरप्रीत से पासपोर्ट लिया और ईरान का टिकट बनवाकर कहा कि वहां से उसका यूके वीजा मैनेज कर देगा। भरोसा कर गुरप्रीत 14 सितंबर को जयपुर एयरपोर्ट से फ्लाइट लेकर ईरान चला गया। उसी रात परिवार को एक वॉट्सऐप कॉल (+306949865949) पर मैसेज मिला, जिसमें गुरप्रीत को बंधक बनाकर रखा गया था और गिरोह के लोगों ने उसे छोड़ने के बदले 50 लाख रुपए की मांग की।
बलकार सिंह ने बताया कि उन्होंने वीडियो में अपने बेटे को रोते-बिलखते और मदद की गुहार लगाते देखा। उन्होंने बताया कि उनके बेटे को लगातार मारा जा रहा है और उसकी रोते हुए की ही वीडियो कॉल करवाई जाती है, जिसे देखकर उन्हें बेहद दुख हो रहा है और रोना आ रहा है।
उन्हें अब पता चला है कि यह गिरोह पंजाब के कई युवाओं को इसी तरह झांसा देकर ईरान बुलाता है और फिरौती के लिए बंधक बना लेता है। बलकार सिंह ने यह भी बताया कि होशियारपुर और संगरूर के कई परिवारों के बेटे भी पहले ऐसे ही बंधक बनाए गए थे, लेकिन विदेश मंत्रालय की कोशिशों से उनकी रिहाई संभव हो पाई।

(Bureau Chief, Korba)