Saturday, October 4, 2025

अमेरिका को पाकिस्तान का प्रस्ताव- बलूचिस्तान के पसनी में पोर्ट बनाए, इससे खनिजों तक पहुंच आसान होगी; ये चीन के ग्वादर पोर्ट से सिर्फ 112km दूर

इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर के सलाहकारों ने अमेरिका से बलूचिस्तान में एक पोर्ट डेवलप करने का प्रस्ताव शेयर किया है।

रॉयटर्स न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पाकिस्तान चाहता है कि अमेरिकी निवेशक बलूचिस्तान के पसनी शहर में अरब सागर के किनारे एक नया पोर्ट डेवलप करके चलाएं।

प्रस्ताव में साफ कहा गया है कि यह बंदरगाह सिर्फ व्यापार और खनिजों के लिए है। अमेरिका को यहां सैन्य बेस बनाने की इजाजत नहीं होगी।

पासनी, ग्वादर पोर्ट (चीन का बंदरगाह) से सिर्फ 112 किमी दूर है। यह बंदरगाह अमेरिका को पाकिस्तान के महत्वपूर्ण खनिजों जैसे तांबा और एंटीमनी तक आसान पहुंच देगा।

बलूचिस्तान के पसनी शहर की तस्वीर। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने यहीं अमेरिका को पोर्ट बनाने का प्रस्ताव दिया है।

बलूचिस्तान के पसनी शहर की तस्वीर। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने यहीं अमेरिका को पोर्ट बनाने का प्रस्ताव दिया है।

11 हजार करोड़ की लागत से रेल लाइन बिछेगी

इस प्रस्ताव के तहत एक नई रेल लाइन भी बनेगी जो इस बंदरगाह को पश्चिमी प्रांतों से जोड़ेगी। इसकी लागत करीब 1.2 अरब डॉलर (11 हजार करोड़ रुपए) हो सकती है।

अमेरिकी विदेश विभाग, व्हाइट हाउस या पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह प्रस्ताव पाकिस्तान के लिए आर्थिक फायदा ला सकता है, लेकिन रीजन में चीन, ईरान और अफगानिस्तान के साथ तनाव बढ़ सकता है।

मुनीर ने ट्रम्प को रेल मिनरल्स का ब्रीफकेस दिखाया था

यह प्रस्ताव सितंबर में पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ, आसिम मुनीर और ट्रम्प की बैठक के बाद दिया गया है। व्हाइट हाउस में हुई इस बैठक में शरीफ ने ट्रम्प से पाकिस्तान के एग्रीकल्चर, तकनीक, माइनिंग और एनर्जी प्रोजेक्ट में इन्वेस्ट करने की अपील की थी।

मुलाकात के दौरान सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने ट्रम्प से पाकिस्तान के रेयर अर्थ मिनरल्स से भरा एक ब्रीफकेस भी दिखाया था।

पाकिस्तानी सेना प्रमुख ट्रम्प को रेयर अर्थ मिनरल्स से भरा ब्रीफकेस दिखाते हुए।

पाकिस्तानी सेना प्रमुख ट्रम्प को रेयर अर्थ मिनरल्स से भरा ब्रीफकेस दिखाते हुए।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद मजबूत हुए पाकिस्तान-अमेरिका रिश्ते

इसी साल मई में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों में काफी मजबूत हुए हैं। ट्रम्प ने 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने का दावा किया था, पाकिस्तान ने इस दावे का सपोर्ट किया और ट्रम्प को नोबेल के लिए नॉमिनेट भी किया।

वहीं, जून में पाकिस्तान सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने ट्रम्प से सीक्रेट मुलाकात की थी। इसके बाद सितंबर में शहबाज शरीफ और मुनीर ने व्हाइट हाउस में ट्रम्प के साथ बैठक की थी, इस बैठक में शरीफ ने ट्रम्प को शांति दूत कहा था।

10 मई को ट्रम्प ने X पर लिखा था कि अमेरिका की मध्यस्थता में एक लंबी बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं।

10 मई को ट्रम्प ने X पर लिखा था कि अमेरिका की मध्यस्थता में एक लंबी बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं।

पिछले साल दोनों देशों में 10 अरब डॉलर का व्यापार हुआ

2024 में अमेरिका और पाकिस्तान के बीच 10.1 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था, जो 2023 के मुकाबले 6.3% ज्यादा है। अमेरिका ने 2.1 अरब डॉलर का सामान एक्सपोर्ट किया और 5.1 अरब का इंपोर्ट किया। अमेरिका का व्यापार घाटा 3 अरब डॉलर रहा।

ट्रम्प ने पाकिस्तान पर 19% टैरिफ लगाया है, जबकि भारत पर कुल 50% टैरिफ लगाया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिका पाकिस्तान को चीन से दूर रखने की कोशिश कर रहा है।



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