वॉशिंगटन डीसी: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की धमकी के 6 घंटे बाद हमास गाजा में सीजफायर को तैयार हो गया है। हमास ने शुक्रवार रात ऐलान किया कि वह ट्रम्प के प्लान में बताए गए फॉर्मूले के मुताबिक सभी जिंदा और मुर्दा बंदियों को रिहा करने को तैयार है। साथ ही गाजा का प्रशासन छोड़ने को भी तैयार है।
हमास ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प की इस हफ्ते पेश की गई 20 पॉइंट की पीस डील के कुछ हिस्सों पर बातचीत जरूरी है। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक हमास की तरफ से जो जवाब आया है, उसमें हथियार छोड़ने का जिक्र नहीं किया गया है।
हमास के ऐलान के बाद ट्रम्प ने इजराइल को तुरंत गाजा में हमले बंद करने को कहा है। वहीं, इजराइल ने कहा कि वह ट्रम्प के गाजा प्लान पर काम करने के लिए तैयार है।
दूसरी तरफ पाकिस्तान भी कल इस सीजफायर प्लान का विरोध करने के बाद आज इसके के सपोर्ट में आ गया है।
शहबाज बोले- गाजा वॉर रोकने की तरफ बड़ा कदम
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ट्रम्प के गाजा सीजफायर प्लान की तारीफ की है। उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया X पर कहा कि यह प्लान गाजा में चल रहे युद्ध को रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
शहबाज शरीफ ने लिखा- हम अब गाजा में युद्धविराम के बहुत करीब हैं। हमास के बयान ने शांति का एक रास्ता खोला है, जिसे हमें बंद नहीं होने देना चाहिए। पाकिस्तान फिलिस्तीन में शांति लाने के लिए काम करेगा।
पाकिस्तानी पीएम का बयान इसलिए अहम है क्योंकि कल ही पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने ट्रम्प के गाजा सीजफायर प्रस्ताव का खारिज कर दिया था।
डार ने संसद में कहा था-
ट्रम्प का प्लान, हमारे प्रस्ताव के जैसा नहीं हैं। इसमें कुछ बदलाव किए गए हैं, जो हमारे मसौदे में थे। मेरे पास इसका रिकॉर्ड है।
इजराइल बोला- प्लान का पहला स्टेप लागू करने को तैयार
प्रधानमंत्री नेतन्याहू के ऑफिस ने बयान जारी कर रहा कि इजराइल ट्रम्प के प्लान के पहले चरण को लागू करने के लिए तैयार है। इसके लिए वे ट्रम्प और उनकी टीम के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि जंग खत्म हो।
इसके साथ ही इजराइल गाजा में हमला रोकने को तैयार हो गया है। सरकार ने सेना को गाजा पर कब्जे की कार्रवाई को रोकने का आदेश दिया है। इसमें कहा गया है कि सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही कार्रवाई की जाए।
हमास 48 बंधकों को रिहा करने को तैयार
हमास सभी 48 बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है। इनमें से 20 के जिंदा होने का दावा किया जाता है। बंधक सीजफायर लागू होने के 72 घंटे के भीतर रिहा किए जाएंगे और बदले में 2,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों और मारे गए गाजावासियों के शव लौटाए जाएंगे।
इसके बाद इजराइल गाजा से अपनी वापसी का पहला फेज पूरा करेगा। बंधकों को तब ही रिहा किया जाएगा जब जरूरी परिस्थितियां तैयार हो जाएंगी। हालांकि हमास ने इन परिस्थितियों के बारे में और कुछ नहीं बताया है।
हमास के ऐलान के बाद ट्रम्प ने वीडियो जारी कर इस दिन को बहुत खास बताया है। उन्होंने कहा है अभी भी कई मुद्दों पर काम बाकी है। उन्होंने कहा कि वे बंधकों के जल्द से जल्द घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि बंधक जल्द से जल्द अपने माता-पिता के पास लौटें।
हमास के हथियार छोड़ने को लेकर फंसा पेंच
हमास ने कहा कि गाजा का प्रशासन किसी फिलिस्तीनी समूह को सौंपने को तैयार है। इसका गठन फिलिस्तीन लोगों की सहमति और अरब-इस्लामिक देशों के समर्थन से किया जाएगा।
हमास ने साफ किया है कि वह फिलिस्तीनी लोगों के भविष्य पर होने वाली चर्चा में शामिल होना चाहता है। संगठन ने कहा कि जनता के अधिकारों से जुड़े मुद्दे पर बहस हो।
हमास के पोलित ब्यूरो मेंबर मूसा अबू मरजुक ने अल जजीरा से कहा कि जब तक गाजा पर इजराइली कब्जा खत्म नहीं हो जाता, वह हथियार नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि हथियार के मुद्दे पर एक बार फिर से बातचीत होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘हम अपने हथियार भविष्य के फिलिस्तीनी राज्य को सौंप देंगे और जो भी गाजा पर शासन करेगा, उसके हाथ में हमारे हथियार होंगे।’

प्रमुख हमास लीडर मूसा अबू मरजूक (बीच में)।
ट्रम्प ने सोमवार तक सीजफायर प्लान मानने की धमकी दी थी
इससे पहले ट्रम्प ने 3 अक्टूबर तक हमास से सीजफायर प्लान मानने को कहा था। बाद में ट्रम्प ने इस डेडलाइन को दो दिन के लिए बढ़ाकर 5 अक्टूबर तक कर दिया।
ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर धमकी दी थी कि अगर समझौता नहीं होता है, तो हमास के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी जैसी कभी नहीं देखी गई। मिडिल ईस्ट में शांति किसी न किसी तरह से होगी।
दरअसल, 29 सितंबर की रात इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से वॉशिंगटन डीसी में मुलाकात की थी। इसके बाद नेतन्याहू गाजा में सीजफायर पर सहमत हुए थे। ट्रम्प ने सीजफायर के लिए 20 पॉइंट का एक प्लान तैयार किया है।
ट्रम्प के सीजफायर प्लान के 20 पॉइंट
ट्रम्प ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि इस प्लान में गाजा में युद्ध रोकना, सभी बंधकों को छोड़ना और गाजा में प्रशासन चलाने के लिए एक अस्थायी बोर्ड बनाने का प्रस्ताव है। ट्रम्प इस बोर्ड की अध्यक्षता करेंगे और इसमें पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर भी होंगे।
- तुरंत युद्ध रोकना- इजराइल और हमास के बीच सहमति बनी तो गाजा में युद्ध तुरंत खत्म होगा।
- इजराइल पीछे हटेगा- सहमति से इजराइल अपनी सेनाओं को धीरे-धीरे गाजा से निकाल लेगा।
- बंधकों को छोड़ना- हमास 72 घंटे में सभी इजराइली बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें जिंदा और मृत दोनों होंगे।
- कैदियों की रिहाई- युद्ध खत्म होने पर इजराइल, गाजा के उम्रकैद की सजा काट रहे 250 लोगों और अन्य 1700 कैदियों को छोड़ देगा।
- शवों का आदान-प्रदान – हर मृत इजराइली कैदी के बदले 15 मृत फिलिस्तीनी कैदियों के शव लौटाए जाएंगे।
- गाजा को आतंक मुक्त बनाना- गाजा से हमास के सारे ठिकाने और हथियार हटाए जाएंगे।
- हमास सरकार में शामिल नहीं होगा- हमास और अन्य लड़ाके गाजा की सरकार में हिस्सा नहीं लेंगे।
- अंतरिम प्रशासन समिति बनेगी- गाजा के लिए एक अस्थायी तकनीकी समिति बनाई जाएगी, जिसमें योग्य लोग होंगे।
- शांति बोर्ड बनेगा- इस बोर्ड की अध्यक्षता अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प करेंगे, इसमें टोनी ब्लेयर और अन्य देशों के नेता शामिल होंगे।
- पुनर्निर्माण योजना बनेगी- बोर्ड गाजा के विकास और सुधार की योजना बनाएगा और उसका खर्च उठाएगा।
- मानव सहायता दी जाएगी – गाजा को तुरंत पर्याप्त मदद दी जाएगी।
- विशेष व्यापार क्षेत्र बनेगा- गाजा में खास व्यापारिक क्षेत्र बनाए जाएंगे, जिससे रोजगार बढ़ेगा।
- रहने की आजादी मिलेगी- किसी को गाजा छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा; जो चाहे जा सकता है और लौट सकता है।
- सुरक्षा के लिए फोर्सेस होंगी- एक अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल गाजा में सुरक्षा बनाए रखेगा।
- पुलिस की ट्रेनिंग होगी- सुरक्षा बल गाजा पुलिस को ट्रेनिंग देंगे और मदद करेंगे।
- सीमा सुरक्षा मजबूत होगी- इजराइल और मिस्र की सीमाओं पर सुरक्षा मजबूत होगी।
- लड़ाई बंद होगी- युद्ध खत्म होने तक हवाई हमले और गोलाबारी रोकी जाएगी।
- मानवाधिकार सुनिश्चित करेंगे- अंतरराष्ट्रीय संगठन गाजा में मदद और सुरक्षा की निगरानी करेंगे।
- शांति बातचीत शुरू होगी- इजराइल और फिलिस्तीन के बीच शांति के लिए बातचीत शुरू होगी।
- भविष्य की योजना बनेगी– इस योजना का मकसद गाजा में स्थायी शांति, विकास और बेहतर जीवन लाना है।

(Bureau Chief, Korba)