Wednesday, October 8, 2025

रायपुर : मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत रायगढ जिले के सभी 2271 शालाओं में चलेगा समाजिक अंकेक्षण

  • नोडल एवं दल के सदस्य करेंगे 08 अक्टूबर तक होगा सामाजिक अंकेक्षण

रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान की अंतर्गत राज्य के सभी शासकीय प्राथमिक, माध्यमिक, हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में सामाजिक अंकेक्षण आयोजित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। राज्य शासन के निर्देश के अनुरूप रायगढ़ जिले के सभी 07 विकासखण्डों के 1428 प्राथमिक शालाएं, 638 पूर्व माध्यमिक शालाएं, 80 हाई स्कूल एवं 125 हायर सेकेंडरी स्कूल इस तरह रायगढ़ जिले के 2271 शासकीय स्कूलों का सामाजिक अंकेक्षण किया जाएगा। सामाजिक अंकेक्षण 08 अक्टूबर  तक होगा।

नोडल एवं दल के सदस्य करेंगे 08 अक्टूबर तक होगा सामाजिक अंकेक्षण

प्रत्येक स्कूल के लिए गठित है अंकेक्षण दल

सभी स्तर के स्कूलों के लिए अलग-अलग अंकेक्षण दल गठित किए गए हैं, जिसमें अंकेक्षण दल के नोडल अधिकारी उसे स्कूल के अतिरिक्त अन्य स्कूलों के शिक्षक, व्याख्याता या प्राचार्य शामिल है। उनके साथ स्थानीय स्तर के एसएमसी सदस्य, शिक्षक, शिक्षाविद, जनप्रतिनिधियों को शामिल किया है। जो स्कूलों में सामाजिक अंकेक्षण का कार्य करेंगे। सामाजिक अंकेक्षण करने की सूचना राज्य के निर्देश के अनुरूप संबंधित ग्राम में आयोजित ग्राम सभा में सामान्य जन को उपलब्ध कराई गई है और उन्हें आमंत्रित किया गया है।

20 प्रश्नों पर होगा सामाजिक अंकेक्षण कार्य

राज्य के निर्देशों के अनुरूप रायगढ़ जिले में भी 08 अक्टूबर तक स्कूल में उपलब्धता की आधार पर अंकेक्षण दल के द्वारा 20 बिंदुओं में सामाजिक अंकेक्षण का कार्य संपन्न किया जा रहा है। सामाजिक अंकेक्षण कार्य पूरा होने के बाद 20 प्रश्नों के रुब्रिक्स की एंट्री ऑनलाइन की जाएगी और इसके आधार पर स्कूलों की ग्रेडिंग कमजोर, औसत और अच्छे स्कूल के रुप में की जायेगी। जो कमजोर स्कूल रहेंगे उनकी गुणवत्ता सुधार के लिए विशेष कदम राज्य शासन की निर्देशानुसार उठाए जाएंगे। 

सामाजिक अंकेक्षण के संकेतकों के आधार पर ग्रेडिंग

सामाजिक अंकेक्षण की अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता, शिक्षण प्रक्रिया, विद्यार्थियों की उपलब्धियां, आधारभूत सुविधाएं और शिक्षक उपस्थिति जैसे संकेतकों के आधार पर ग्रेडिंग की जा रही है। यह पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की एक नई मिसाल है, जो विद्यालय में अपेक्षित गुणवत्ता तक नहीं पहुंच पा रहा है, उनकी नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाएगी। इस अवसर पर बच्चों के लिए न्यौता भोज का भी आयोजन किया जा रहा है।



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