चंडीगढ़: हरियाणा के वरिष्ठ IPS अफसर वाई पूरन कुमार ने सुसाइड करने से एक दिन पहले अपनी वसीयत तैयार कराई थी। उन्होंने वसीयत में सारी संपत्ति अपनी पत्नी और हरियाणा की वरिष्ठ IAS अफसर अमनीत पी. कुमार के नाम करने की बात लिखी है। वसीयत पर 6 अक्टूबर की डेट दर्ज है।
पूरन कुमार ने मंगलवार- 7 अक्टूबर को खुद को गोली मारने से पहले यह वसीयत और कई पेज का सुसाइड नोट लिखकर पत्नी को भेजा था। इस घटना के समय उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार जापान में थीं। वह सीएम नायब सैनी के साथ जापान गए सरकारी अधिकारियों के डेलीगेशन में शामिल थीं। यह डेलीगेशन 5 अक्टूबर को गया था।
सूत्रों के अनुसार, जापान में मौजूद अमनीत पी. कुमार फोन पर सुसाइड नोट और वसीयत मिलने के बाद से लगातार अपने पति पूरन कुमार को कॉल कर रही थीं। उन्होंने 15 बार फोन किया मगर पूरन कुमार ने कॉल रिसीव नहीं की।
इसके बाद अमनीत ने अपनी छोटी बेटी अमूल्या को कॉल करके तुरंत उनसे बात कराने को कहा। उस समय अमूल्या बाजार में थी। घर पहुंचते ही वह अपने पापा को देखने बेसमेंट में गई तो वहां सोफा पर पूरन कुमार की डेडबॉडी पड़ी थी। उनकी कनपटी से खून निकल रहा था।
इस घटना के समय कोठी में पूरन कुमार के साथ उनका रसोइया प्रेम सिंह मौजूद था। प्रेम सिंह ने बताया कि पूरन कुमार बेसमेंट में जाते समय उससे कहकर गए थे कि उन्हें कोई डिस्टर्ब न करे।

सीएम नायब सैनी के साथ जापान गए अधिकारियों के डेलिगेशन में आईपीएस वाई पूरन कुमार की पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार (दाएं) भी शामिल रहीं।
रसोइए ने बताई सुसाइड की पूरी कहानी….
- बेसमेंट में जाने की बात कही: पूरन कुमार चंडीगढ़ के सेक्टर-11 की कोठी नंबर 116 में रहते थे। उनके रसोइए प्रेम सिंह ने बताया कि वह 6 साल से कोठी में खाना बनाने का काम कर रहा है। मंगलवार सुबह 10 बजे सर मेरे पास आए और कहा कि वह बेसमेंट में जा रहे हैं। कोठी के बेसमेंट में हॉल के साथ 2 रूम बने हुए हैं। इनमें से एक में साउंड प्रूफ थिएटर है।
- किसी को नीचे मत आने देना: प्रेम सिंह के अनुसार, साहब ने मुझसे कहा कि वह कुछ जरूरी काम करने के लिए नीचे जा रहे हैं। वह आज अपने डॉग को भी घुमाने नहीं ले जाएंगे इसलिए मैं किसी को भी नीचे न आने दूं। उस समय बेटी अमूल्या कुछ सामान लेने के लिए बाजार गई हुई थी। करीब 11 बजे सर ऊपर आए और मुझसे दोपहर का खाना बनाने को कहा। इसके बाद वह फिर नीचे चले गए। इसी दौरान अमनीत पी कुमार ने अपने पति को तकरीबन 15 फोन किए लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। इस पर अमनीत ने बेटी अमूल्या को फोन किया।
- कनपटी से खून बह रहा था: रसोइए के अनुसार, अमूल्या ने बाजार से ही मुझे फोन कर कहा कि सर को कॉल रिसीव करने के लिए कहो। इस पर मैंने बताया कि सर बेसमेंट में हैं और डिस्टर्ब नहीं करने को कहा है। तकरीबन पौने 1 बजे अमूल्या बाजार से लौटीं और सीधे बेसमेंट वाले कमरे में पहुंचीं तो वहां सोफे पर बैठे साहब की कनपटी से खून बह रहा था। अमूल्या ने तुरंत अपने विधायक मामा अमित रतन को फोन किया। अमित रतन पंजाब की बठिंडा ग्रामीण विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक हैं।

वाई पूरन कुमार रोहतक स्थित सुनारिया पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में IG थे, जबकि उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार हरियाणा में नागरिक उड्डयन विभाग की सचिव हैं।
अमनीत ने 15 कॉल क्यों कीं….
- पत्नी और 2 IPS अफसरों को भेजा फाइनल नोट: चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक, उसे घटनास्थल से एक वसीयत और सुसाइड नोट मिला। इस सुसाइड नोट में क्या है? इसका खुलासा पुलिस ने नहीं किया। हालांकि, पुलिस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि पूरन कुमार ने 8 पेज के अपने सुसाइड नोट में लगभग ढाई दर्जन IPS अफसरों और कुछ वरिष्ठ IAS अफसरों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। यह बात भी सामने आई कि पूरन कुमार ने यह सुसाइड नोट अपनी पत्नी के अलावा दो अन्य अधिकारियों को भी भेजा।
- सुसाइड नोट देखकर पत्नी ने कॉल किया: सूत्र बताते हैं कि पूरन कुमार का सुसाइड नोट देखते ही जापान में मौजूद उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार ने फोन करना शुरू किया। उन्होंने एक के बाद एक 15 कॉल की, लेकिन पूरन कुमार ने एक बार भी कॉल रिसीव नहीं की। इस पर अमनीत ने बेटी अमूल्या को फोन कर पिता से बात कराने को कहा। उस समय अमूल्या बाजार में थी इसलिए उसने मां से कहा कि वह घर जाते ही बात कराएगी।

(Bureau Chief, Korba)