गुजरात: सूरत में गोडादरा स्थित शिक्षण समिति के स्कूल में नॉनवेज परोसने पर विवाद हो गया है। यह कार्यक्रम 1987 से 1991 के बीच स्कूल में पढ़े तेलुगु समाज के छात्रों ने रखा था। इस दौरान पूर्व छात्रों (एल्युमिनाई) ने स्कूल कैंपस में लगी मां सरस्वती की मूर्ति को चुनरी से ढंक दिया।
इसके कार्यक्रम शुरू किया गया और चिकन और मटन परोसा गया। यह कार्यक्रम 12 सितंबर को हुआ। इसमें स्कूल के प्रिंसिपल भी मौजूद थे। जब मीडिया स्कूल पहुंचा तो शिक्षक और स्टाफ फरार हो गए। स्कूल चौकीदार ने कहा कि सभी लोग सुबह आए थे, कार्यक्रम दोपहर में हुआ।
कार्यक्रम की 3 तस्वीरें…

स्कूल के बाहर तेलुगु भाषा में पोस्टर लगाया।

विवाद होने पर स्टाफ और स्टूडेंट्स स्कूल से चले गए।

नॉनवेज होटल से मंगाया गया था। स्कूलों की बेंच पर खाना परोसा गया।
38 साल बाद मिले थे पूर्व छात्र
ये स्कूल सूरत नगर निगम की शिक्षा समिति का है। 1987 से 1991 तक के कक्षा 7 के छात्रों का एक मिलन समारोह आयोजित किया गया था। ये सभी पूर्व छात्र 38 साल बाद स्कूल में एकत्र हुए और उसी के चलते मिलन समारोह रखा गया था। कार्यक्रम में प्रिंसिपल भी मौजूद थे।
प्रिंसिपल ने गलती मानी
शिक्षण समिति के अध्यक्ष राजेंद्र कपाड़िया और प्रवक्ता विनोद गजेरा ने कहा कि उनकी बात प्रिंसिपल से हुई है। प्रिंसिपल ने गलती मान ली है। उन्होंने बताया कि कल इस मामले पर समिति की बैठक होगी, जिसमें पूरी जांच की जाएगी और उसके बाद प्रिंसिपल के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

(Bureau Chief, Korba)