बेंगलुरु: कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच सीएम सिद्धारमैया के बेटे और विधान परिषद के सदस्य यथींद्र सिद्धारमैया ने बुधवार (22 अक्टूबर) को कहा कि उनके पिता अपने राजनीतिक जीवन के अंतिम चरण में हैं। उन्हें अपने कैबिनेट सहयोगी सतीश जारकीहोली को जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए।
बेलगावी में एक कार्यक्रम में विधान परिषद सदस्य (MLC) यथींद्र ने कहा, “मेरे पिता को एक मजबूत विचारधारा और प्रगतिशील मानसिकता वाले नेता की जरूरत है, जिसके वे मार्गदर्शक बन सकें। जारकीहोली एक ऐसे व्यक्ति हैं जो कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को कायम रख सकते हैं और पार्टी का प्रभावी ढंग से नेतृत्व कर सकते हैं।’
यथींद्र के इस बयान को राज्य में सिद्धारमैया के उत्तराधिकारी से जोड़ा जा रहा है। कर्नाटक में सरकार बने ढाई साल हो चुके हैं। इस दौरान डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार का सीएम बनने को लेकर कई बार अटकलें लगाई जाती रही हैं। सीएम के बेटे के बयान पर डीके ने कहा- नो कमेंट्स।
मुख्यमंत्री पद छोड़ने का सिद्धारमैया कर चुके हैं खंडन
पिछले महीने भी सिद्धारमैया को सामने आकर उन खबरों का खंडन करना पड़ा था कि जिसमें कहा कि डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ देंगे। सिद्धारमैया ने पत्रकारों से कहा था, “मैं पूरे पांच साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री रहूंगा।”
कुछ दिन पहले कांग्रेस सांसद एलआर शिवराम गौड़ा ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से इस मुद्दे पर भ्रम दूर करने की अपील की थी। गौड़ा ने कहा था, “शिवकुमार के अंततः मुख्यमंत्री बन रहने में कोई संदेह नहीं है, लेकिन अंतिम निर्णय आलाकमान का है। वे जानते हैं कि पार्टी को कैसे चलाया जाए और CM तथा डिप्टी CM, दोनों के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए।”
हालांकि इस मामले में राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यथींद्र के बयान सोचे-समझे हैं। उनका उद्देश्य शिवकुमार और उनके समर्थकों को यह संदेश देना है कि सत्ता सिद्धारमैया खेमे के पास ही रहेगी।

CM सिद्धारमैया के साथ डिप्टी CM शिवकुमार।
10 जुलाई को सिद्धारमैया ने कहा था- इस पोस्ट के लिए कोई वैकेंसी नहीं
10 जुलाई को भी सिद्धारमैया ने राज्य में CM बदले जाने की चर्चाओं को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा कि स्टेट में इस पोस्ट के लिए कोई वैकेंसी नहीं है, क्योंकि वे अभी भी कुर्सी पर बैठे हैं। सिद्धारमैया ने दावा किया है कि वे मुख्यमंत्री के रूप में 5 साल का कार्यकाल पूरा करेंगे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी सिद्धारमैया को पद से हटाए जाने की अटकलों को खारिज कर दिया था।
विधानसभा चुनाव के बाद सीएम पद के दावेदार थे शिवकुमार
मई 2023 में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी। कांग्रेस ने बाद में उन्हें मनाने में कामयाबी हासिल की और उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया।
उस समय कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि रोटेशनल चीफ मिनिस्टर फॉर्मूले के आधार पर समझौता हो गया था, जिसके मुताबिक शिवकुमार ढाई साल बाद सीएम बनेंगे, लेकिन पार्टी ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की थी।

(Bureau Chief, Korba)