
कोरबा: जिले में बारूद और करंट से जंगली सूअर के शिकार का मामला सामने आया है। जहां संडैल गांव में जंगली सूअर को मारने के लिए बारूद लगाया गया था। इसकी चपेट में आने से एक सूअर के चिथड़े उड़ गए। मामला कोरबा वनमंडल के करतला रेंज का है।
इस दौरान वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से करीब डेढ़ किलो मांस बरामद किया गया, जबकि दो आरोपी फरार हैं। आरोपी खाने की चीज में बारूद लगाकर रखते थे। जिसे खाने से जानवरों की मौत हो जाती थी।

खाने की चीज में मिलाकर रखते थे बारूद
जानकारी के अनुसार, मुखबिर की सूचना पर करतला रेंजर के साथ वन विभाग की टीम गांव पहुंची और जांच के दौरान एक ग्रामीण के घर से जंगली सूअर का मांस बरामद किया।
रेंजर राठिया ने बताया कि आरोपी बारूद को खाने की चीजों में मिलाकर रख देते थे। जैसे ही कोई जानवर उसे खाता, बारूद फट जाता और जानवर की मौके पर ही मौत हो जाती थी।
मारने के लिए करंट भी लगाया
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि बारूद 3500 रुपए में खरीदा गया था। इस तरह के बारूद का उपयोग आमतौर पर पत्थर और कोयला खदानों में होता है।
वन विभाग ने यह भी बताया कि आरोपी जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए जंगल के बीच से गुजरी 11 केवी लाइन में तार खींचकर भी करंट लगाते थे।
सभी गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। फरार आरोपियों की तलाश जारी है।

करंट और बारूद का इस्तेमाल करते थे
इस मामले में मानस लाल (30), होरीलाल (52), नरेंद्र कुमार (30), सुकवारा बाई (45) और सूरज (30) को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने कबूल किया है कि वे जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए करंट और बारूद का इस्तेमाल करते थे। एक आरोपी, जो बारूद लगाने में शामिल था, फरार है।

(Bureau Chief, Korba)




