(कोरबा BCC NEWS 24) शरीर में कमजोरी को दूर करने के लिए जड़ी-बूटी का सेवन करना मोतीसागर पारा में रहने वाले दो भाइयों को काफी महंगा पड़ गया. जड़ी-बूटी का सेवन करने के बाद दोनों की तबीयत अचानक बिगड़ी, जिसके बाद एक काल के गाल में समा गया, जबकि दूसरे का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है. बताया जा रहा है कि दोनों ने सड़क किनारे टेंट लगाकर जड़ी-बूटी बेचने वाले वैद्यराज से औषधि ली थी, जिसके सेवन के बाद यह मामला सामने आया.
आम तौर पर जड़ी-बूटी का सेवन कर शरीर के लिए स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है, उसके जरिए असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं, लेकिन शहर के मोतीसागर पारा क्षेत्र में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे सुन और देखकर जड़ी-बूटी को लेकर लोगों के मन में जो धारणा बनी है. वो पूरी तरह बदल जाएगी. शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए शिव प्रसाद पटेल और सीधराम पटेल नामक दो भाइयों ने सफेद मुसली नामक जड़ी-बूटी का सेवन कर लिया.
जिस जड़ी बूटी कार सेवन करने से दो भाइयों में से एक की मौत हुई है, दूसरा अस्पताल के बिस्तर पर पड़ा है. उसे उन्होंने सड़क किनारे टेंट लगाकर औषधि की बिक्री करने वाले वैद्यराज से ली थी, जिसका सेवन करने के बाद यह घटना सामने आई. इतना ही नहीं पीएम सहित अन्य कानूनी अड़चनों से बचने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने मामले की जानकारी जिला अस्पताल पुलिस चौकी को नहीं दी, जिसके बाद परिजन शिव की लाश लेकर घर चले गए. अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुट गए. हालांकि मीडिया के माध्यम से मामले को पुलिस के संज्ञान में लाया गया, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई.
जड़ी-बूटी के सेवन से किसी की मौत होने का जिले में अपने तरह का यह पहला मामला है. ऐसी घटनाएं लोगों को सबक देती हैकि बिना जांच पड़ताल के किसी भी चीज का सेवन न करें. खासकर सड़क किनारे टेंट लगाकर जड़ी-बूटी के सहारे गंभीर बीमारियों का उपचार करने वाले वैद्यराजों से. फिलहाल मामले में मर्ग कायम कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.