Tuesday, November 25, 2025

              लक्ष्मी मित्तल की ब्रिटेन छोड़कर दुबई में शिफ्ट होने की तैयारी, बढ़ते टैक्स के कारण लिया फैसला, भारतवंशी स्टील किंग की कुल संपत्ति 1.8 लाख करोड़ रुपए है

              लंदन: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्टील कंपनी आर्सेलर मित्तल के मालिक और ब्रिटेन के टॉप अरबपतियों में शामिल लक्ष्मी मित्तल ब्रिटेन छोड़ रहे हैं।

              द संडे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लेबर पार्टी की नई सरकार द्वारा अमीरों पर टैक्स बढ़ाने की तैयारी के चलते मित्तल ने यह फैसला लिया है। भारतवंशी मित्तल की कुल संपत्ति करीब 1.8 लाख करोड़ रुपए है। वे ब्रिटेन के आठवें सबसे अमीर व्यक्ति हैं।

              20% का ‘एग्जिट टैक्स’ लगाने की तैयारी में ब्रिटेन

              लेबर पार्टी की सरकार में वित्त मंत्री रेचल रीव्स देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए 20 अरब पाउंड (करीब 2.3 लाख करोड़ रुपए) का फंड जुटाने की कोशिश कर रही है।

              26 नवंबर को रेचल रीव्स का बजट आना है। अटकलें हैं कि इसमें 20% तक एक्जिट टैक्स लगाने का ऐलान हो सकता है। इससे पहले सरकार ने कैपिटल गेन टैक्स को अप्रैल 2025 से 10% से बढ़ाकर 14% कर दिया था। 2026 में ये 18% तक पहुंच जाएगा।

              मित्तल के परिवार के एक सलाहकार ने कहा कि सबसे बड़ी चिंता इनहेरिटेंस टैक्स (विरासत कर) है। ज्यादातर अमीर विदेशी लोग ये समझ ही नहीं पाते कि उनकी दुनिया भर की संपत्ति पर ब्रिटेन का इनहेरिटेंस टैक्स क्यों लगना चाहिए? ये देश छोड़ने पर मजबूर कर रहा हैं।

              ब्रिटेन में इनहेरिटेंस टैक्स 40% तक लगता है। दुबई में ये जीरो है। अप्रैल में नॉन-डॉम स्टेटस खत्म करने के बाद कई अमीर लोगों ने ब्रिटेन छोड़ने का फैसला किया। ये पुराना सिस्टम (200 साल पुराना) अमीर लोगों को सिर्फ ब्रिटेन में कमाई पर टैक्स देने की सुविधा देता था।

              26 नवंबर को रेचल रीव्स का बजट आना है। अफवाहें हैं कि और टैक्स बढ़ोतरी हो सकती है।

              26 नवंबर को रेचल रीव्स का बजट आना है। अफवाहें हैं कि और टैक्स बढ़ोतरी हो सकती है।

              दुबई या स्विट्जरलैंड में नया बेस बना सकते हैं मित्तल

              मित्तल की पहले से ही दुबई में एक आलीशान हवेली हैं। खबरों के मुताबिक UAE के ना आइलैंड पर उन्होंने जमीन भी खरीद ली है। दुबई और स्विट्जरलैंड अमीर लोगों में इसलिए पॉपुलर हो गए हैं क्योंकि वहां इनहेरिटेंस टैक्स (विरासत कर) बिल्कुल नहीं लगता।

              यही वजह है कि दुनिया भर के बड़े-बड़े परिवार वहां शिफ्ट हो रहे हैं। मित्तल का ये फैसला ऐसे वक्त में आया है जब ब्रिटेन से कई बड़े उद्यमी और निवेशक पलायन कर रहे हैं। वजह है वहां की पॉलिसी में स्थिरता की कमी और आने वाले समय में टैक्स बढ़ने की आशंका।

              • रिपोर्ट के मुताबिक रेवोलूट के को-फाउंडर निक स्टोरोंस्की UAE शिफ्ट हो चुके हैं, ताकि कैपिटल गेन्स टैक्स का भारी-भरकम बिल न देना पड़े।
              • भारत में जन्मे हरमन नरूला भी ब्रिटेन छोड़कर दुबई शिफ्ट हो रहे हैं। वे इम्प्रोबेबल AI के मालिक हैं और 2 साल की उम्र से ब्रिटेन में ही रह रहे हैं।

              ब्रिटेन की इकोनॉमी को नुकसान हो सकता है

              यह कदम ब्रिटेन की सरकार के लिए परेशानी है, क्योंकि मित्तल जैसे लोग न सिर्फ टैक्स देते हैं, बल्कि नौकरियां और निवेश भी लाते हैं। लेबर पार्टी की यह नीति अमीरों को ब्रिटेन छोड़ने का खतरा पैदा कर रही है। ऐसे में कई ग्लोबल बिजनेसमैन ब्रिटेन छोड़ने की सोच रहे हैं।

              सरकार का मकसद कर्ज चुकाना और वेलफेयर योजनाओं को मजबूत करना है, लेकिन आलोचक कहते हैं कि इससे ब्रिटेन की इकोनॉमी को नुकसान हो सकता है।

              1995 में लंदन शिफ्ट हुए थे मित्तल, बिलियनेयर्स रो में कई प्रॉपर्टीज

              • फोर्ब्स की अमीरों की लिस्ट के मुताबिक लक्ष्मी मित्तल की नेटवर्थ करीब 1.8 लाख करोड़ रुपए है। वे भारत के 12वें और दुनिया के 104वें सबसे अमीर इंसान हैं।
              • वे दुनिया की सबसे बड़ी स्टील कंपनी आर्सेलरमित्तल के चेयरमैन हैं। मित्तल 1995 में लंदन शिफ्ट हुए थे और जल्दी ही ब्रिटेन के सबसे बड़े भारतीय बिजनेसमैन बन गए।
              • 2019 में मित्तल और जापान की निप्पॉन स्टील ने मिलकर एस्सार स्टील को ₹59,000 करोड़ में खरीदा था। यह डील उस साल की सबसे बड़ी खबरों में से एक थी।
              • 2021 में मित्तल ने CEO की कुर्सी अपने बेटे आदित्य मित्तल को सौंप दी, लेकिन वे आज भी एग्जीक्यूटिव चेयरमैन हैं यानी कंपनी की सारी बड़ी स्ट्रैटेजी पर उनकी नजर बनी हुई है।
              • लंदन के सबसे महंगे इलाके केंसिंग्टन पैलेस गार्डन्स (जिसे बिलियनेयर्स रो कहते हैं) में उनकी कई प्रॉपर्टीज हैं। इनमें सबसे मशहूर है “ताज मित्तल” नाम की प्रॉपर्टी।
              • रिपोर्ट के मुताबिक लंदन में उनका बड़ा ठिकाना बना रहेगा, लेकिन बेस दुबई और स्विट्जरलैंड शिफ्ट कर रहे हैं। ताकि आने वाली पीढ़ी को इनहेरिटेंस टैक्स न देना पड़े।

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