- धान खरीदी की सुगम व्यवस्था से हजारी कश्यप के चेहरे पर आई मुस्कान
रायपुर: प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान का उपार्जन जारी है. कबीरधाम जिले के खाम्ही गांव के छोटे किसान हजारी कश्यप इस बार धान खरीदी शुरू होते ही नई ऊर्जा और खुशी से भर उठे। उनकी कुल 2.50 एकड़ जमीन में से 1.20 एकड़ में धान और बाकी खेत में गन्ने की फसल लहलहा रही थी। जैसे ही 15 नवंबर से जिले में धान खरीदी शुरू हुई, श्री हजारी कश्यप ने सबसे पहले अपना टोकन लिया और अपने धान की बिक्री के लिए तैयार हो गए।
धान खरीदी केंद्र पहुंचने पर उन्हें पूरा माहौल सहज और सुव्यवस्थित लगा। केंद्र पर किसानों के बैठने से लेकर पेयजल तक सभी व्यवस्था थी। उन्हें किसी तरह की परेशानी महसूस नहीं हुई। हजारी कश्यप 24.40 क्विंटल धान लेकर पिपरिया खरीदी केंद्र पहुँचे। वहाँ पहुँचते ही उन्हें तुरंत बारदाना मिल गया और थोड़ी ही देर में उनके धान की तौल भी पूरी हो गई। पूरी प्रक्रिया इतनी सरल और सुचारू रही कि वे आसानी से अपना धान बेचकर घर वापस चले गए।
श्री हजारी कश्यप बताते है कि सबसे बड़ी खुशी तो तब मिली, जब उनका धान बेचने का पैसा सीधे उनके बैंक खाते में पहुँच गया। यह राशि उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण थी, क्योंकि इस समय उनकी धान कटाई की थ्रेशर मशीन का सीजन चल रहा है। मजदूरों को भुगतान करने और ट्रैक्टर में डीज़ल डलवाने जैसे काम अब आसानी से हो पा रहे हैं। श्री हजारी कहते हैं कि सरकार द्वारा छोटे किसानों का धान पहले खरीदना उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। वे बताते है कि मेरा धान जल्दी बिक गया, पैसा भी समय पर मिल गया। अब मैं बिना चिंता अपने बाकी काम कर पा रहा हूँ। सरकार की इस व्यवस्था के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद दिया।

(Bureau Chief, Korba)



