- ऑनलाइन टोकन प्रणाली ने बनाई खरीदी प्रक्रिया और अधिक सुगम
रायपुर: खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का शुभारंभ सुचारू और पारदर्शी व्यवस्था के साथ हो चुका है। राज्य शासन द्वारा किसानों की समृद्धि को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष खरीदी प्रणाली को और अधिक सरल, तकनीक-संचालित एवं पारदर्शी बनाया गया है, जिसका प्रत्यक्ष लाभ किसानों को मिल रहा है।
राज्य भर के उपार्जन केंद्रों में पहुंच रहे किसान नई व्यवस्था से संतोष जाहिर कर रहे हैं। बलरामपुर जिले के महराजगंज उपार्जन केंद्र में धान बेचने आए ग्राम खजुरी के किसान श्री सतीश गुप्ता ने बताया कि ऑनलाइन टोकन प्रणाली से खरीदी प्रक्रिया बेहद आसान हुई है। उन्होंने कहा कि अब अनावश्यक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती, निर्धारित समय पर सीधे तौल हो जाती है।
श्री सतीश गुप्ता इस वर्ष 200 बोरी धान लेकर पहुंचे हैं और आगामी दिनों में 275 बोरी धान की बिक्री शेष है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 400 बोरी धान बेचा था, जबकि इस वर्ष बेहतर प्रबंधन और अनुकूल परिस्थितियों के कारण 75 बोरी अधिक उपज हुई है। वे बताते हैं कि पिछले वर्ष समय पर भुगतान मिलने से खेती के कार्यों में बड़ी मदद मिली थी। धान बिक्री से प्राप्त राशि का उपयोग वे खाद-बीज, कृषि कार्यों और पारिवारिक जरूरतों की पूर्ति में करते हैं। पिछले वर्ष की आय से उन्होंने ट्रैक्टर भी खरीदा है। इस वर्ष भी उन्हें त्वरित भुगतान की उम्मीद है।
श्री गुप्ता ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत समय-समय पर मिलने वाले लाभों का भी उल्लेख किया और उपार्जन केंद्र की व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का सहयोग, पारदर्शी तौल-मापन, ऑनलाइन प्रक्रिया और अधिकारियों की निरंतर निगरानी से किसानों का विश्वास बढ़ा है।
राज्य के विभिन्न जिलों से मिल रही प्रतिक्रियाओं के अनुसार, इस वर्ष धान खरीदी व्यवस्था पहले की तुलना में और अधिक सुव्यवस्थित है। त्वरित तौल, समयबद्ध खरीदी, ऑनलाइन पारदर्शिता, स्पष्ट प्रक्रिया और प्रशासन की सघन मॉनिटरिंग से किसानों को अपनी मेहनत का उचित मूल्य समय पर मिल रहा है। किसानों का कहना है कि राज्य सरकार के प्रयासों से खरीदी प्रक्रिया सहज, सरल और भरोसेमंद बन गई है, जिससे धान उत्पादन और बिक्री के प्रति किसानों का उत्साह और बढ़ा है।

(Bureau Chief, Korba)




