बिलासपुर में रविवार रात पुलिस अफसरों की बार पार्टी मामले में अब आईजी रतनलाल डांगी भी सख्त हो गए हैं। उन्होंने इस मामले में अधिकारियों को जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही सख्त लहजे में कहा है कोई भी पुलिस अधिकारी कानून से ऊपर नहीं है। किसी भी हालत में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने रेंज के सभी एसपी की मंगलवार को बैठक ली है।
दरअसल, भूगोल बार विवाद मामले में खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जानकारी मांगी है। वहीं डीजीपी ने पहले से ही मामले में विस्तृत जांच के आदिश दिए हुए हैं। इसके बाद डांगी ने मंगलवार को रेंज के सभी पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर इस घटना को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर की है।
IG ने मंगलवार को अपने दफ्तर में बिलासपुर रेंज के सभी एसपी की बैठक ली
बैठक में उन्होंने घटना स्थल के सीसीटीवी कैमरे की जांच करने, अधिकारियों, बार संचालक व कर्मचारियों से बयान दर्ज कर घटना की विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। वहीं रात तक बार के संचालन और नशे के कारोबार पर भी लगाम लगाने पुलिस अधीक्षकों को फरमान जारी किया है।
ये है पूरा मामला
रविवार की रात बिलासपुर के रामा मैग्नोटो मॉल के भूगोल बार में एक पार्टी थी। इसमें कोतवाली CSP स्नेहिल साहू, DSP रश्मित, सृष्टि चंद्राकर और सहायक जेल अधीक्षक सोनाल डेविड वगैरह शामिल होने पहुंचे थे। सृष्टि सोनाल की पत्नी हैं। वे दोनों जरा देर से पहुंचे। बार के बाहर खड़े बाउंसर ने दोनों को रोक दिया। अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक बाउंसर राहुल ने परिचय दिए जाने के बाद भी अफसर दंपती को अंदर जाने नहीं दिया। इसके बाद उसने हाथापाई भी की। घटना की खबर आस-पास के थानों को लगी तो मौके पर फोर्स पहुंची तब तक बाउंसर भाग चुका था और बड़ा बवाल बार मैनेजमेंट और पुलिस अफसरों के बीच हो चुका था। इस मामले में मुख्यमंत्री ने DGP और DGP ने बिलासपुर SP से रिपोर्ट मांगी है।
2 अफसरों पर हुई कार्रवाई
ये मामला सामने आने के बाद कोटा की DSP रश्मित कौर चावला को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही(GPM) और सृष्टि चंद्राकर को कोंडागांव के बालक अपराध अन्वेषण शाखा भेज दिया गया है। महीनों पहले ही इन अफसरों का ट्रांसफर हो चुका था, मगर ये बिलासपुर जिला छोड़े बिना अपने पदों पर बने हुए थे। दैनिक भास्कर ने रविवार रात इनके भूगोल बार में विवाद की खबर सामने रखी तो DGP ने फौरन पूरी घटना की जांच को कहा था और इन अफसरों को भी ट्रांसफर की गई जगहों पर रिलीव कर दिया गया है।