Friday, March 29, 2024
Homeदेश-विदेशलखीमपुर खीरी मामले में पैसों की राजनीति: योगी सरकार ने 4 मृतक...

लखीमपुर खीरी मामले में पैसों की राजनीति: योगी सरकार ने 4 मृतक किसानों के परिवार को दिया 45-45 लाख का चेक, छत्तीसगढ़ -पंजाब के सीएम बोले- सभी 8 परिवारों को देंगे 50-50 लाख

लखनऊ: लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में मारे गए किसानों के परिवार को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 45-45 लाख रुपये का मुआवजा, तो कांग्रेस के राज्य पंजाब और छत्तीसगढ़ के सीएम ने 50-50 लाख देने का ऐलान किया। ऐलान के 24 घंटे के अंदर ही कल देर शाम लखीमपुर खीरी में जिलाधिकारी अरविंद कुमार और अन्य अधिकारियों ने यूपी सरकार द्वारा घोषित मृतक किसानों के परिवार के सदस्यों को 45-45 लाख रुपये के चेक सौंप दिए है।

आज लखनऊ पहुंचे छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी-अपनी तरफ से लखीमपुर खीरी में हुई घटना में मारे गए किसानों के परिवारों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।

छत्तीसगढ़ और पंजाब सरकार मृतकों के परिवार को देगी 50-50 लाख
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की लखनऊ पहुंचने के बाद पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी-अपनी तरह से लखीमपुर खीरी में हुई घटना में मारे गए सभी मृतकों के परिवारों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिन किसानों की मौत हुई है,पत्रकार समेत प्रत्येक के परिवार को हम पंजाब सरकार की तरफ से 50 लाख रुपये देंगे।चन्नी के बाद छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों के साथ पूरा हिंदुस्तान खड़ा हुआ है। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से प्रत्येक पीड़ित किसानों के परिवार को 50 लाख रुपए और पीड़ित पत्रकार के परिवार को भी 50 लाख रुपये दिए जाएंगे।

भट्टा-पारसौल में भी मुआवजे पर हुई थी सियासत

7 मई 2011 को उत्तर-प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के भट्टा-पारसौल में किसानों का प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गाया था। पुलिस फायरिंग में दो किसानों और दो सिपाहियों की मौत हुई थी। इसके बाद भट्टा-परसौल मामले में भी मुआवजे को लेकर खूब सियासत हुई थी। तब केंद्र में कांग्रेस औप उत्तर-प्रदेश में बसपा का शासन था। फस दौरान भी केंद्र और प्रदेश सरकार में भट्टा पारसौल के किसानों को मुआवजा देने की होड़ मची थी। प्रदेश की बसपा सरकार 7 मई की घटना के बाद किसानों को करीब 48 लाख रुपये से अधिक का मुआवजा दिया था। वहीं, केंद्र सरकार भी किसानों को 40 लाख रुपए से अधिक का मुआवजा देने का दावा किया था। इतना ही नही कांग्रेस तब गांव मे चौपाल लगाकर घायल 65 किसानों को 10 से लेकर 50 हजार रुपये तक के चेक बांटे थे। तब बसपा सुप्रीमों मायावती ने केन्द्र सरकार के भट्टा पारसौल के किसानों को मुआवजा दिए जाने को राजनीतिक नाटक करार दिया था।

कांग्रेस के विरोध में जातीय समीकरण का खास ख्याल

लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर कांग्रेस लगातार विरोध दर्ज करा रही है। कांग्रेस महासचिव 2 दिन से पुलिस हिरासत में थी। आज राहुल गांधी भी पंजाब और छत्तीसगढ़ के सीएम के साथ लखनऊ पहुंच कर सीतापुर और फिर लखीमपुर में मृतकों के परिवार वालों से मिलेंगे। कहा जा रहा है कि इस विरोध में भी कांग्रेस ने यूपी में अनी जमीन मजबूत करने के लिए अपने दलित मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और ओबीसी के बड़े चेहरे भूपेश बघेल को साथ में लेकर चल रहें है। कहा जा रहा है कि किसानों के आंदोलन को समर्थन दे रही कांग्रेस अपने इन दोनों चेहरों के जरिए एक बड़ा संदेश यूपी में देना चाहती है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular