जशपुर: जिला पुलिस ने शातिर ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गुरुवार को गिरोह के मास्टरमाइंड और उसकी सहयोगी युवती को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए आरोपी खुद को मंत्रालय में अफसर बताकर सरकारी नौकरी का झांसा देते थे। इन लोगों ने अभी तक एक करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी की थी। इसके लिए रायपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में जाल फैला रखा था। खास बात यह है कि ठगी के रुपए से तीर्थ यात्रा करते थे।
पुलिस ने छत्तीसगढ़-ओडिशा बार्डर से मुजाहिद अनवर और उसकी सहयोगी युवती कीर्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से दो इनोवा कार बरामद हुई है। एक कार का इस्तेमाल वारदात में किया जाता था, जबकि दूसरी गाड़ी आरोपियों ने 14 लाख रुपए में ठगी की रकम से खरीदी थी। इस मामले में दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। वे अनवर के लिए लोगों को फंसाने का काम करते थे।
हर बार नए नाम से लोगों से करता संपर्क
पुलिस ने बताया कि आरोपी नाम बदल कर मोबाइल के जरिए संपर्क करते थे। कभी रितेश बघेल, अमित एक्का, आशीष बघेल नाम बताते। फिर अपने बीच के व्यक्ति को गाड़ी से भेजकर रुपए लेते। नारायणपुर में अपना नाम आनंद तिर्की और खुद को मंत्रालय में अफसर बताया था। सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 10-12 लोगों से एक से डेढ़ लाख रुपए लिए। सबको झांसा देता रहा, लेकिन जब काफी समय बाद भी नियुक्ति पत्र जारी नहीं हुए तो लोग थाने पहुंचे।
सामने नहीं आता था मुख्य आरोपी
कुनकुरी एसडीओपी मनीष कुंवर ने बताया कि मुख्य आरोपी अनवर काफी शातिर है। वह हर बार नाम बदलकर ठगी करता। लोगों से मोबाइल पर संपर्क करता, पर कभी सामने नहीं आता था ठगी के रुपए से यह लोग पुरी, अजमेर जाते थे, सामान खरीदते। आरोपियों ने अंबिकापुर 43 लाख, लुंड्रा में 22 लाख, नारायणपुर में 20 लाख और रायपुर के पंडरी इलाके में 23 लाख रुपए की ठगी की है। इनके पास से अभी ठगी के 19 लाख रुपए का माल बरामद कर लिया गया है।