बैकुंठपुर/चिरमिरी: पहली बार जिले में मुस्लिम समाज में डाक के माध्यम से रायपुर निवासी शेख मोहम्मद जुनैद ने चिरमिरी हल्दीबाड़ी में रहने वाली पत्नी को तलाकनामा भेजा है। इसके बाद पत्नी ने दहेज में नकद तीन लाख रुपए और बुलेट बाइक की मांग करने वाले पति शेख मोहम्मद जुनैद, सास जुबेदा खातुन, देवर शेख जसीम पर दहेज प्रताड़ना समेत मारपीट करने का आरोप लगाते हुए थाना में तीनों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है।
जिले में दहेज की मांग को लेकर मुस्लिम समाज में जिले में चौथा तलाक का मामला है, लेकिन इस बार मोबाइल में या सामने रहकर नहीं बल्कि डाक के माध्यम से तलाकनामा भेजा है। चिरमिरी हल्दीबाड़ी की रहने वाली पीड़िता रेशमा परवीन ने बताया कि उसकी शादी 12 अगस्त 2020 को रायपुर संतोषी नगर में रहने वाले शेख मोहम्मद जुनैद पिता शेख जलालुददीन के साथ रीति रिवाज से संपन्न हुआ था। शादी के कुछ दिन बाद से ही ससुराल वाले कम दहेज लाने की बात कहकर ताना देने लगे। 3 लाख नकद व बुलेट की मांग कर मायके वाले दबाव बनाने लगे। सास व देवर ने दहेज में 3 लाख नकदी समेत बुलेट मांगने की।
बात पति से बताने पर उलटा वह पत्नी के साथ ही मारपीट करने लगा। मायके की आर्थिक स्थित ठीक नहीं होने की बात कहने पर भी ससुराल पक्ष के लोग नहीं माने व आए दिन दहेज की मांगकर मारपीट की घटना को अंजाम देने लगे। शादी के दौरान 10 जुलाई 2020 को चेक क्रमांक 021241 के माध्यम से ढाई लाख रुपए समेत कूलर, फ्रीज अलमारी, वाशिंग मशीन सोफा के लिए नकद 90 हजार रुपए पति को दिया गया था। सास ने शादी के बाद मायके से मिले जेवर उतरवा कर अपने पास रख ली। नकदी व बुलेट की मांग कर पत्नी के साथ पति व सास ने 20 मार्च को मारपीट की। घटना की जानकारी पीड़िता ने अपने मायके में भाई को दी। इसके बाद मां और भाई रायपुर पहुंचकर पीड़ित को अपने साथ चिरमिरी ले आए।
दहेज की मांग कर सड़क पर ही मारपीट करने लगा
27 मई को पति रायपुर से चिरमिरी पहुंचा, लेकिन अपने ससुराल न जाकर उन्हें हल्दीबाड़ी पेट्रोल पंप के पास मिलने के लिए बुलाया और वही भी तीन लाख नकद समेत बुलेट की मांग करते हुए पत्नी और उसके भाई के साथ धक्का-मुक्की करने के साथ तलाक देने की धमकी दे पति रायपुर लौट गया।
पत्नी को साथ रखने से पति ने किया था मना
पीड़ित महिला ने बताया कि मामले में परिवार परामर्श केंद्र में समझौता और समझाइश के लिए आवेदन देने पर पति को बुलाया गया, लेकिन यहां भी उसने साफ इंकार कर दिया और 25 अक्टूबर डाक रजिस्ट्री के द्वारा तलाकनामा भेज दिया।