कोरबा: सरकारी सिस्टम के घूसखोरी के जाल में छत्तीसगढ़ की एक घरेलू नौकरानी फंस गई है। खेत के नामांतरण के लिए उसने तहसील जाकर पटवारी से संपर्क किया तो उसने 3 हजार रुपए मांगे। कुछ दिन तक वह चक्कर लगाती रही। इसी बीच पटवारी का तबादला हो गया। अब नया पटवारी आया तो महिला से 20 हजार रुपए की डिमांड रख दी। सारा मामला कोरबा की पसान तहसील का है। इसके बाद स्थानीय विधायक ने SDM से जांच के लिए कहा है।
जानकारी के मुताबिक, पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक के पसान क्षेत्र आश्रित ग्राम बोकरा मुड़ी निवासी मुन्नी बाई को अपने खेत का नामांतरण कराना है। इसके लिए उसने पसान तहसील में आवेदन किया था। मुन्नी बाई का आरोप है कि पटवारी दामोदर तिवारी ने उससे नामांतरण की एवज में 20 हजार रुपए मांगे हैं। इससे पहले वाले पटवारी विजय प्रताप सिंह को भी वह 3 हजार रुपए दे चुकी थी, लेकिन आज तक उसका नामांतरण नहीं हुआ।
मुन्नी बाई का कहना है कि वह एक गरीब परिवार से है। दूसरों के घरों में झाड़ू-पोछा कर अपना परिवार संभालती है। ऐसे में इतनी बड़ी रकम का इंतजाम नहीं कर सकती है। वहीं महिला के पति जसवंत ने आरोप लगाया कि वह कागज लेकर गया तो पटवारी ने उससे कहा कि पहले पैसो दोगे, तभी चढ़ाएगा। हमने असमर्थता जाहिर की तो कागज फेंक दिए। अन्य लोगों ने भी इसी तरह के आरोप लगाए हैं कि उनसे 10 से 20 हजार रुपए की मांग की जा रही है।
पटवारी बोला- आरोप झूठे, पहले क्या हुआ, मुझे नहीं पता
आरोपी पटवारी दामोदर तिवारी का कहना है कि उसने कोई रुपयों की मांग नहीं की। मामला 2009 का है। पुराना होने के चलते कागजात देखने में समय लग रहा है। तीन-चार दिन तो लगेंगे ही। पहले के पटवारी ने क्या किया उसकी जिम्मेदारी नहीं है मेरे पास, न मुझे पता है। वहीं स्थानीय विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने जानकारी मिलने के बाद SDM को सूचना दी और जांच के निर्देश दिए हैं।