नईदिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में रूसी सेनाएं यूक्रेन की राजधानी कीव के पास पहुंच गई हैं और लगातार बमबारी कर रही हैं। इस बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों ने बंकरों में शरण ली है तो कुछ बिल्डिंग के बेसमेंट में फंसे हुए हैं। उन्हें खाने-पीने की दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है।
स्टूडेंट ने रवानगी के साथ ही हाथों में तिरंगा थाम रखा था। वहीं जिस बस में सवार होकर वे गए उस पर भी तिरंगा और इंडियन स्टूडेंट ऑन बोर्ड का पर्चा लगा हुआ था। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि AI-1941 शनिवार दोपहर 2 बजे मुंबई से उड़ान भरेगी, जबकि AI-1943 शाम 4 बजे दिल्ली से जाएगी।
रोमानिया तक सड़क के रास्ते पहुंचे स्टूडेंट
फंसे हुए स्टूडेंट और उनके परिजन भारत सरकार और विदेश मंत्रालय पर दवाब बना रहे हैं कि उनके बच्चों को किसी न किसी तरीके से सुरक्षित निकाल लिया जाए। इसी दवाब के चलते भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन से छात्रों को निकालने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। ये सभी पहले रोमानिया और फिर वहां से भारत आएंगे। इन छात्रों का पहला बैच रोमानिया से भारत के लिए रवाना कर दिया है। रोमानिया से रवाना होने से पहले इन स्टूडेंट ने अपने वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए। जिसमें वे भारत सरकार और विदेश मंत्रालय का खतरे से निकालने के लिए आभार जता रहे हैं।
यूक्रेन से भारतीयों के रेस्क्यू से जुड़ी 2 जरूरी बातें…
1. भारत में रोमानिया के दूत का कहना है कि उनका देश उन भारतीय छात्रों को भोजन और आवास मुहैया कराएगा जिन्हें यूक्रेन से निकाला जा रहा है।
2. युद्ध के बीच रूस ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षा का भरोसा दिया है। वहीं एयर इंडिया 26 फरवरी को यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए अपनी तीन उड़ानें रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट और एक उड़ान हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट भेजेगा। एयर इंडिया बी787 विमान बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के लिए परिचालित करेगा।
एयर इंडिया का ऑपरेशन हमले की वजह से रुका था
यूक्रेन में रूस के हमले से पहले एयर इंडिया ने छात्रों को निकालने का ऑपरेशन शुरू किया था। हमले के बाद यूक्रेन जा रहा एयर इंडिया का विमान वापस लौट आया था। हवाई ठिकाने पर हुए मिसाइल हमले के चलते यूक्रेन ने अपना एयर स्पेस बंद कर दिया था। ऐसे में भारत वापसी के लिए विमान पकड़ने गए स्टूडेंट्स को स्थानीय प्रशासन ने हवाई अड्डे से ही लौटा दिया।
यूक्रेन में अभी 20 हजार भारतीय फंसे, सरकार की कोशिशें जारी
अभी यूक्रेन में अभी करीब 20 हजार भारतीय फंसे हुए हैं, जो सरकार से उन्हें वापस बुलाने की अपील कर रहे हैं। भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों से हिम्मत रखने की बात कह रही है। सरकार का कहना है कि आप लोग जहां है वहीं रहें, जल्द ही आप अपने परिवार के साथ होंगे।
पहले फेज में स्टूडेंट्स को किया जा रहा रेस्क्यू
पहले चरण में विदेश मंत्रालय सिर्फ स्टूडेंट्स को ही वहां से निकाल रहा है। विदेश मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी स्टूडेंट को यूक्रेन की सीमा से लगे हंगरी और रोमानिया पहुंचा रहे हैं। उसके बाद उन्हें भारत के लिए एयलिफ्ट किया जा रहा है, क्योंकि यूक्रेन में भारी बमबारी के कारण सड़कें-पुल टूट गए हैं। हवाई अड्डों से भी उड़ाने बंद कर दी गई हैं। रूस लगातार हमले कर रहा है।
यूक्रेन सरकार ने भी भारतीय छात्र-छात्राओं को मजबूत बनने और धैर्य रखने का आग्रह करते हुए कहा है कि वह अपने दूतावास के संपर्क में रहें और खुद को सुरक्षित रखते हुए उन्हीं के मार्गदर्शन में रोमानिया और हंगरी से अपने वतन की वापसी करें।