Friday, September 20, 2024




Homeछत्तीसगढ़कोरबाBCC News 24: BIG न्यूज़- जंग पर भारत के रुख से US...

BCC News 24: BIG न्यूज़- जंग पर भारत के रुख से US खफा नहीं.. अमेरिका बोला- UN की वोटिंग में भारत के बायकॉट से दिक्कत नहीं, भारत का रूस के साथ अलग हैं रिश्ता

नईदिल्ली: रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव की वोटिंग में हिस्सा न लेने पर अमेरिका, भारत से नाराज नहीं है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में रूस के खिलाफ मतदान के बाद अमेरिका ने भारत के रुख को ‘ओके’ (ठीक) बताया है। अमेरिका ने यह भी कहा कि भारत-रूस के संबंध हमारे जैसे नहीं हैं। भारत हमारा भी मित्र है।

यूक्रेन पर हमले को लेकर शुक्रवार को UNSC में बैठक में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास हुआ। निंदा प्रस्ताव के के पक्ष में 11 और विपक्ष में 1 वोट पड़ा है। भारत, चीन और UAE ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। सुरक्षा परिषद में यह प्रस्ताव अमेरिका की तरफ से पेश किया गया था। यह प्रस्ताव सुरक्षा परिषद में पारित नहीं हो सका, क्योंकि परिषद के स्थायी सदस्य रूस ने इस पर वीटो किया। भारत के वोट न करने के बाद ऐसा माना जा रहा था कि अमेरिका इस बात से नाराज है।

भारत का वोटिंग में हिस्सा नहीं लेना सही
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस कहा कि हमने हर देश को रूस को युद्ध करने से रोकने के लिए कहा था। वॉशिंगटन में अपनी नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्राइस ने कहा कि अमेरिका-भारत महत्वपूर्ण हित व मूल्य साझा करते हैं। हम जानते हैं कि भारत के रूस के साथ अलग रिश्ते हैं और ये वैसे नहीं हैं जैसे कि रूस के साथ हमारे हैं। ऐसे में भारत का वोटिंग में हिस्सा नहीं लेना सही है।

प्राइस ने आगे कहा कि भारत और रूस के बीच रक्षा और सुरक्षा समेत कई क्षेत्रों में एक रिश्ता है, जो हमारे जैसा नहीं है। हमने रूस से संबंध रखने वाले हर देश से कहा था कि वह अपने रिश्तों का इस्तेमाल करते हुए विश्व व्यवस्था कायम रखने के लिए उसे मनाएं।

भारत ने रूस के खिलाफ प्रस्ताव पर वोट नहीं किया, जानिए 3 वजहें

  1. संयुक्त राष्ट्र में भारत के रिप्रेजेंटेटिव टीएस तिरुमूर्ति ने कहा- इस बात का अफसोस है कि डिप्लोमैसी का रास्ता छोड़ दिया गया है, हमें उस पर लौटना होगा। इन सभी वजहों से भारत ने इस प्रस्ताव पर परहेज करने का विकल्प चुना है।
  2. तिरुमूर्ति बोले- सभी सदस्य देशों को कंस्ट्रक्टिव तरीके से आगे बढ़ने के लिए UN के सिद्धांतों का सम्मान करना जरूरी है। आपसी मतभेदों और विवादों को निपटाने के लिए डायलॉग ही एकमात्र तरीका है, हालांकि इस समय यह मुश्किल लग सकता है।
  3. भारत ने कहा कि यूक्रेन में हाल के घटनाक्रम से भारत बहुत ज्यादा परेशान हैं। हिंसा और दुश्मनी को जल्द खत्म करने की सभी कोशिशें की जाएं। इंसानी जान की कीमत पर कोई भी हल नहीं निकाला जा सकता है।
RELATED ARTICLES
- Advertisment -


Most Popular