Monday, September 30, 2024




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BCC News 24: छत्तीसगढ़- किडनैप केस में भिड़े ट्रेनी IPS और TI.. बिलासपुर में जान बचाते हुए युवक थाने में घुसा, तलवार लेकर पीछा कर रहे थे आरोपी; कार्रवाई को लेकर अफसरों में हुई तीखी बहस

छत्तीसगढ़: बिलासपुर में जमीन विवाद के चलते कार सवारों ने बाइक सवार एक युवक को अगवा करने का प्रयास किया। युवक को रॉड स्टिक और तलवार लेकर सड़क पर दौड़ा लिया। किसी तरह युवक भागा और सिविल लाइन थाने में घुसकर अपनी जान बचाई। इस दौरान कार सवार उसका पीछा करते पहुंच गए। युवक की बात सुनकर प्रशिक्षु IPS बाहर निकले और कार की तलाशी करवाई तो उसमें से हथियार बरामद हुए। इससे पहले कि दोनों आरोपियों पर कार्रवाई करते थाना प्रभारी जेपी गुप्ता भी आ गए। इसके बाद कार्रवाई को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। हालांकि बाद में FIR दर्ज कर पुलिस ने कार सवार दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

जमीन विवाद के बाद गैंगवार की यह घटना सिविल लाइन थाने की है।

जमीन विवाद के बाद गैंगवार की यह घटना सिविल लाइन थाने की है।

जानकारी के अनुसार, रविवार रात गंगानगर निवासी अमित सिंह (40) बुलेट पर सवार होकर भागते हुए सिविल लाइन थाने पहुंचा। उसे गाड़ी रोककर अंदर भागते देख प्रशिक्षु IPS विकास कुमार ने पूछताछ की, उसने बताया कि जमीन संबंधी विवाद में दो दिन पहले कुछ युवकों ने उसके अपहरण की कोशिश की थी। तब उसने इस घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी।

वह रविवार शाम वह मुंगेली नाका चौक के दीपक फोटो कॉपियर्स के पास रोड में पहुंचा। उसी समय कार में सवार बोदकू ठाकुर और दिलीप मिश्रा आए। दोनों उसकी बाइक को ओवरटेक करते हुए कलेक्टोरेट तक पहुंच गए। फिर बाइक के सामने कार अड़ाकर दी। तलवार, रॉड और स्टिक लेकर मारने के लिए दौड़ाया।। वह किसी तरह भागते हुए सिविल लाइन थाना पहुंचा है।

तलवार और हथियार के साथ युवकों के पकड़े जाने के बाद दूसरे पक्ष के लोग भी थाने पहुंच गए।

तलवार और हथियार के साथ युवकों के पकड़े जाने के बाद दूसरे पक्ष के लोग भी थाने पहुंच गए।

IPS और टीम ने ली कार की तलाशी
युवक के बताए अनुसार प्रशिक्षु IPS विकास कुमार उसे लेकर घटनास्थल जाने के लिए निकले, तभी थाने के बाहर युवक ने कार को देख लिया और पुलिस अफसर को इसकी जानकारी दी। कार सवार बोदकू ठाकुर और दिलीप मिश्रा को पकड़कर पुलिस ने कार की तलाशी ली। फिर पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ले गई। घटना की जानकारी TI जेपी गुप्ता को मिली, तब वह थाने पहुंचकर पकड़े गए युवकों से पूछताछ करने लगे।

इतनी देर में पकड़े गए युवकों के बचाव में पार्षद अमित भारते और पार्षद संदीप मिश्रा सहित अन्य लोग पहुंच गए। युवक अपने आप को जनप्रतिनिधि होने का धौंस दिखाने लगे। तब IPS विकास कुमार ने उन्हें थाने से भगा दिया। इस दौरान केस दर्ज करने को लेकर हस्तक्षेप करने पर IPS विकास और TI जेपी गुप्ता के बीच बहस हो गई। बाद में IPS विकास कुमार ने मामले को TI पर छोड़ दिया। उनके निर्देश पर पुलिस ने एक ही मामले में अलग-अलग तीन केस दर्ज किए हैं।

जनप्रतिनिधियों ने की IPS की शिकायत
IPS का आरोप है कि TI आरोपियों का बचाव कर रहे थे। जबकि, हम इस तरह आतंक मचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कर रहे थे। बस इसी बात को लेकर बहस हो गई। वहीं TI जेपी गुप्ता का कहना है कि प्रशिक्षु IPS मामले की जांच के बिना ही केस दर्ज करने की बात कह रहे थे। इस पर पहले पीड़ित पक्ष के साथ घटनास्थल जांच करने कहा गया। इस बात को लेकर उन्होंने आपत्ति की तो बहस हो गई। थाना परिसर में उन्होंने जनप्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार कर उन्हें भगा दिया। जनप्रतिनिधियों ने प्रशिक्षु IPS के खिलाफ SP और IG से शिकायत की है, तब, अफसरों ने उन्हें जांच के निर्देश दिए।

पहली FIR में बताया दो दिन पहले हुई थी अपहरण की कोशिश
गंगानगर फेस- 2 निवासी गौतम ने अपनी शिकायत में बताया है कि वह जमीन और ट्रांसपोर्टिंग का काम करता है। 1 अप्रैल को मंगला चौक स्थित साई सैलून में बैठा था। तभी वहां नंद विहार के रहने वाले अजय, बोदकू ठाकुर और दिलीप मिश्रा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने उसे पकड़ लिया और जबरदस्ती साथ लेकर जाने का प्रयास करने लगे। विरोध किया, तब उसे धमकी दी गई। वह किसी तरह वहां से भाग गया। उसने इस घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी। भाई के साथ हुई घटना के बाद अब उसने केस दर्ज कराया है।

भाई ने दर्ज कराई दूसरी FIR
गौतम के भाई अमित सिंह की रिपोर्ट पर पुलिस ने दूसरा केस दर्ज किया है। कार सवार बोदकू ठाकुर और दिलीप मिश्रा उसकी बाइक को रोककर अपहरण और तलवार व अन्य हथियार से हमला करने की कोशिश कर रहे थे। तब वह भागकर थाने पहुंचा। हमलावरों के पास से पुलिस ने हथियार जब्त किया है। उसकी इस रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 341,294, 5०6, 323, 25 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।

आरोपी पक्ष ने भी दर्ज कराया केस
इधर, इस घटना के बाद आरोपी पक्ष के अन्य लोग भी थाने पहुंच गए। उनकी तरफ से अजय सिंह भी थाने पहुंच गया। उसने पुलिस को बताया कि उसके खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। गौमत सिंह और उसके भाई अमित ने उसे धमकी दी है। उसने आरोप लगाया कि थाना परिसर में उनके साथ गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई है। पुलिस ने उसकी रिपोर्ट पर पीड़त पक्ष के खिलाफ अलग से केस दर्ज किया है।

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