Friday, March 29, 2024
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छत्तीसगढ़: अवैध फटका फैक्ट्री में रेड..फटका बनाने का सामान जब्त…फैक्ट्री को किया गया सील….मालिक के खिलाफ केस दर्ज

अंबिकापुर: शहर से लगे भिट्ठीकला के झूमरपारा इलाके में बस्ती से लगे एक गोदाम में दीवाली के मद्देनजर से अवैध रूप से पटाखा तैयार कर बाजार में खपाने की तैयारी थी। पुलिस की विशेष टीम ने रविवार की शाम को छापा मारकर जांच की तो इसका खुलासा हुआ। गोदाम में पटाखे की मात्रा व इसे तैयार करने रखी गई सामाग्री को देखकर पुलिस के होश उड़ गए हैं। गोदाम में बड़ी मात्रा में छोटे साइज के तैयार बम व पटाखे के अलावा करीब 70 क्विंटल सोरा, गंधक व सिल्वर पाउडर मिला है। पुलिस ने गोदाम को सील कर दिया हे। पुलिस ने बताया कि गोदाम में कुंडला सिटी निवासी मनोज कुमार मारू के नाम से पटाखे के भंडारण व निर्माण का लाइसेंस शासन से मिला है लेकिन यहां लिमिट से कई गुना ज्यादा मात्रा में पटाखे व इसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री मिली है। इससे आशंका जताई जा रही है कि दिवाली के मद्देनजर बड़ी मात्रा में अवैध रुप से पटाखे का निर्माण कर बाजार में खपाने की तैयारी थी। हालांकि जब्त सामग्री की कीमत डेढ़ लाख रुपए बताई जा रही है। पुलिस ने व्यवसायी के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। बाद में मुचलके पर जमानत दे दी गई। दिवाली में पटाखे का ही लगभग 10 करोड़ का कारोबार होता है।

गोदाम से पटाखे के अलावा ये सामग्री भी की गई जब्त
गोदाम से 75 बोरी सोरा, 35 बोरी गंधक मिला है। प्रत्येक बोरी 50 किलोग्राम की हैं। 40 किलोग्राम वाले सिल्वर पाउडर 4 ड्रम, मिला है। इसके अलावा 4 कार्टून सुतली बम, 8 बोरी पटाखे, 3000 पीस बारूद की बत्ती, तीन पैकेट टापटाइगर के रेपर, 11 बोरी हाइड्रो बम, 7 बोरी चुटपुट पटाखे मिले हैं।

बाजार में कई गुना ज्यादा रेट में बिकते हैं पटाखे
दिवाली में पटाखे का कारोबार शहर में करोड़ों का होता है। बाजार में लागत से कई गुना ज्यादा दर में पटाखे की बिक्री होती है। इससे ज्यादा फायदा होता है। एक दिन में काफी ज्यादा आय होने से दूसरे व्यवसायी से जुड़े लोग भी अस्थाई लाइसेंस हासिल कर पटाखे की दुकान लगाते हैं।

शहर के रिहायशी इलाके में पटाखे के कई गोदाम
पटाखे के भंडारण के लिए सुरक्षा मानकों का पालन कराने कड़े नियम कायदे हैं। रिहायशी क्षेत्र में तो किसी भी सूरत में पटाखे का भंडारण नहीं किया जा सकता है लेकिन शहर के कई हिस्से में पूरे साल पटाखे बिकते हैं। इनके गोदाम घर के बीच में है। इससे हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है।

4 घंटे तक चली कार्रवाई मोबाइल कर लिए थे जब्त
एसपी टीआर कोशिमा के निर्देश पर पुलिस ने यह कार्रवाई पूरी तरह गोपनीयता बरतते हुए की। सीएसपी एसएस पैकरा के नेतृत्व में विशेष टीम शाम को करीब 3 बजे मौके पर पहुंची। यहां अधिकारियों ने टीम में शामिल सभी सदस्यों के मोबाइल अपने पास जब्त कर लिए ताकि मीडिया को भी किसी प्रकार की भनक न लग पाए। करीब 4 घंटे तक टीम ने कार्रवाई की और शाम करीब 7 बजे टीम गोदाम को सीलकर वहां से लौटी।

आस-पास हैं कई घर, अंदर भी सुरक्षा की अनदेखी
पुलिस ने बताया कि गोदाम मेन रोड में है। इसके अलावा आस-पास कई घर भी हैं। गोदाम के अंदर भी पटाखे व इसके निर्माण सामग्री को रखने उचित व्यवस्था नहीं थी। अग्निशमन यंत्र भी पर्याप्त मात्रा में नहीं थे। मानकों के अनुसार पटाखे के भंडारण व इसके निर्माण वाली जगह बस्ती व मेन रोड से दूर होनी चाहिए। आस-पास रिहायशी घर भी नहीं होने चाहिए। गोदाम के पास में ही एक प्लास्टिक की फैक्ट्री किसी दूसरे व्यवसायी की है।

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