राजस्थान: शराब के ठेके से परेशान 7वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक बच्ची कलेक्टर के घर के बाहर पहुंची। यहां आकर वह फूट-फूट कर रोने लगी। कारण पूछा तो बोली घर के पास बने शराब के ठेके ने पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया। पिता घर का सामान बेचकर शराब पीते हैं। मां को पीटते हैं। इसी शराब की वजह भाई भी दिव्यांग हो गया। दरअसल, अलवर शहर के मुंगसका के 60 फीट रोड पर रहने वाले लोग गुरुवार को कलेक्टर आवास के बाहर पहुंचे। इनमें शामिल महिलाओं का कहना था कि शराब का ठेका होने की वजह से कॉलोनी से निकल भी नहीं सकते है। इन्हीं महिलाओं में शामिल मनीषा ने बताया कि शराब आसपास नहीं होगी तो हमारा परिवार में कुछ समय शांति ज्यादा रह सकेगी। पिता शराब पीकर परेशान करता है। इलाज नहीं मिलने से भाई दिव्यांग हो गया। मां की मजदूरी से घर खर्च चलता है।
पति की शराब से मौत
महिला रामवती ने कहा कि मेरे पति की चार साल पहले शराब के कारण मौत हो गई। मैं विकलांग हूं। दो बच्चे हैं। हमारा घर पहले ही खराब हो चुका है। अब बच्चों को शराब से दूर रखना है। इसलिए आसपास शराब का ठेका नहीं खोला जाए। हम चाहते हैं कि 60 फीट रोड से शराब का ठेका हटा दिया जाए। ऐसी दो और महिलाओं ने भी शराब से अपने परिवार में कई लोगों मौत की कहानी सामने रखी। वे भी कलेक्टर आवास पर पहुंची थी। उनकी भी मांग है कि शराब का ठेका हटाया जाए।
कलक्टर के घर के बाहर महिलाएं जताने पहुंची।
अधिकारी बोले नियमानुसार चलना जरूरी
आबकारी विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। जब उनसे ठेका हटाने के बारे में पूछा तो बोले कि हमें भी नियम के अनुसार चलना पड़ता है। जहां के लोग शराब का ठेका हटवाना चाहते हैं। वहां वोटिंग के आधार पर शराब का ठेका हट सकता है। अब हर जगह से शराब के ठेके हटाना भी संभव नहीं है। साठ फीट रोड पर शराब का ठेका है। जो पहले कुछ दुकान पहले खुला था। अब उससे करीब 50 मीटर आगे खोला गया है।
कलेक्टर का आश्वासन
कलेक्टर से मिली 5 महिलाओं ने बताया कि उन्होंने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है। यह भी पूछा गया कि ठेके के आसपास स्कूल है या नहीं। स्कूल होने के कारण नियमानुसार ठेके को शिफ्ट किया जा सकता है। महिलाओं ने कहा कि शराब का ठेका वहां से हटवाया जाएगा। ऐसा नहीं हुआ तो आगे बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे।