- त्रिलोचन के लिए वरदान बना प्रधानमंत्री आवास योजना
रायपुर: हर एक आदमी का सपना होता है कि उसका अपना एक पक्का मकान हो, जिसमें वह अपने परिवार से साथ आराम का जीवन व्यतीत कर सकें।मकान तभी बनेगा जब आर्थिक स्थिति मजबूत हो, आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते हर किसी का यह सपना सकार नहीं हो पाता। गरीबों के पक्के मकान के सपने को साकार करने के लिये शासन द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना चलाई जा रही है। इस योजना के माध्यम से गरीब स्थानीय लोग जिनके पास अपना खुद का पक्का मकान नहीं और निर्धनता के कारण अपना आवास बनाने में असमर्थ थे।ऐसे परिवारों को सरकार द्वारा आवास बनवा कर दिया जा रहा है।प्रदेश में अब तक लाखों लोगों को इस योजना का लाभ मिल चुका है। प्रधानमंत्री आवास योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है।
इस योजना के तहत जनपद पंचायत तिल्दा-नेवरा के ग्राम भुरसुदा के निवासी त्रिलोचन साहू का पक्का मकान का सपना पूरा हुआ।श्री साहू अपने पत्नी, बेटे एवं दो बेटियों के साथ गांव में जर्जर से कच्चे मकान में निवास करते थे। उन्होंने बताया कि घर परिवार का पालन पोषण करने के लिए खेती-किसानी एवं मनरेगा मजदूरी करते थे। लेकिन पक्का मकान बनाना इनका सपना था।इस सपने को कैसे पूरा करे श्री साहू को नही पता था।तब लोगों ने उन्हें बताया कि सरकार द्वारा घर बनाने की योजना चलायी जा रही है। उन्हें तब विश्वास नही हो रहा था, पर आज जब वह पक्के मकान में रह रहें है तो उनके परिवार के खुशी का ठिकाना नहीं। श्री साहू पहले आपने घर की स्थिति को सोचकर सहम जाते है,पहले कच्चे घर में सांप बिच्छु आ जाते थे, बरसात में छत टपकने लगती थी और ठंड के दिनों में बहुत परेशानी होती थी, पुरी रात आग के सहारे उनका परिवार रहता था। अब पक्के घर में वह लोग अपने परिवार के साथ चैन से रह रहे है। आवास एवं आवास निर्माण का पूरा पैसा उन्हें प्राप्त हो गया है। त्रिलोचन साहू और उनका परिवार शासन के आभारी है जिन्होंने गरीबों को उनके सपने को पूरा करने का अवसर दिया। आज योजना के कारण ही वह और उनका पुरा परिवार पक्के मकान में रह रहे है। आगे उन्होंने बताया की सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से उन्हें शौचालय का लाभ भी प्राप्त हुआ, जिसके कारण उन्हें और उनके परिवार को शौच के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है।आज वह अपने और परिवार को सुरक्षित महसूस करते है। सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का भी लाभ उन्हें मिल रहा है।