Friday, March 29, 2024
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छत्तीसगढ़ी व्यंजन ‘फरा’ खाने को नहीं दिया तो छोटे भाई ने टंगिया मारकर कर दी बड़े भाई की हत्या…

युवक का शव तिल्दा के मुरुम खदान के पास मिला, पुलिस ने इसके भाई को गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल टंगिया को जब्त किया है। - Dainik Bhaskar

युवक का शव तिल्दा के मुरुम खदान के पास मिला, पुलिस ने इसके भाई को गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल टंगिया को जब्त किया है।

  • 27 जनवरी की रात रायपुर जिले के तिल्दा थाना इलाके में हुई हत्या की जांच में अब सामने आए तथ्य
  • आए दिन दोनों भाइयों में मामूली बातों को लेकर होता रहता था झगड़ा, घर से पहले भाग चुका था आरोपी

रायपुर/ तिल्दा में 3 दिन पहले हुई युवक की हत्या मामले में नया खुलासा हुआ है। जांच के दौरान हत्या करने वाले छोटे भाई ने जो बाते बताईं, वो हैरान करने वाली हैं। तीन दिन पहले शाम के वक्त दोनों भाइयों के बीच छत्तीसगढ़ी व्यंजन ‘फरा’ खाने को लेकर झगड़ा हुआ था। बड़े भाई महेश्वर यादव ने फरा बनाया था। उसने अपने पिता और बूढ़ी नानी को फरा खाने के लिए दिया मगर छोटे भाई टुकेश को ‘फरा’ नहीं दिया। दोनों के बीच बहस हुई। महेश्वर शौच के लिए गया।

भाई से हुए झगड़े से गुस्साए टुकेश ने घर रखी टंगिया ली और महेश्वर की हत्या करने निकल गया। सुनसान मैदान में भाई की गर्दन पर टंगिया से हमला किया और उसकी हत्या कर दी। लाश को छुपाने के मकसद से मुरुम खदान में फेंक दिया था। टुकेश घर पर लौट आया। कुछ गांव वालों की नजर जब लाश पर पड़ी तो मामले का खुलासा हुआ। जब रात के वक्त पुलिस टुकेश के घर आई तो उसने अपना गुनाह कबूल लिया।

घर से भाग चुका है आरोपी
चिड़चिड़े और गुस्सैल प्रवृति का टुकेश दो साल पहले साल 2018 में घर से भाग गया था। 18 साल का टुकेश तब नाबालिग था। वो कुछ दिन बैंगलोर में रहा, वहीं रहकर मजूदरी करता था। बाद में पुलिस उसे रायपुर के माना बाल सुधार गृह लेकर आई थी। तिल्दा पुलिस को जानकारी मिली तो नवंबर 2020 में उसे माना से तिल्दा लाया गया। तब से वो परिवार के साथ रह रहा था। मगर आदत से चिड़चिड़ा और गुस्सैल किस्म का है।

टुकेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया फिलहाल वो रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

बड़े भाई को रास न आया उसका लौटना
पुलिस ने बताया कि जांच में यह बात भी सामने आई कि बड़ा भाई महेश्वर, टुकेश के लौटने से खुश नहीं था। वो अक्सर टुकेश को घर से चले जाने को कहता था। महेश्वर की चिढ़ ही उसकी मौत का कारण बन गई। महेश्वर और टुकेश के बीच आए दिन इन्हीं बातों को लेकर विवाद होता था। जिसे खत्म करने टुकेश ने भाई की जान लेना उचित समझा।

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