छत्तीसगढ़ में अभी रायपुर एयरपोर्ट ही देश के बड़े महानगरों से सीधी उड़ान से जुड़ा हुआ है। बिलासपुर एयरपोर्ट से अभी कमर्शियल फ्लाइट की सुविधा नहीं है।
- 72 सीटों वाले विमान के संचालन के लिए तैयार है हवाई अड्डा
रायपुर/ राज्य सरकार ने केंद्र की रिजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत बिलासपुर से दिल्ली, मुंबई और कोलकाता के लिए फ्लाइट शुरू करने की मांग की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसके लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखा है। नागरिक उड्डयन के महानिदेशक ने 27 जनवरी को ही बिलासपुर एयरपोर्ट को 3-C VFR कैटेगरी का लाइसेंस जारी किया है।
मुख्यमंत्री ने लिखा है, ‘राज्य सरकार रिजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत बिलासपुर से दिल्ली और मुंबई की उड़ानों के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है। इसके लिए समय-समय पर कई पत्राचार और विभिन्न स्तरों पर चर्चाएं की गई हैं।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पूरे क्षेत्र की आर्थिक प्रगति और जनता को कम लागत वाली हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराने की दृष्टि से यह जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने लिखा है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बिलासपुर हवाई अड्डे के रायपुर हवाई अड्डे के लिए एक वैकल्पिक एयरोड्रम के रूप में विकसित होने की काफी गुंजाइश है। वर्तमान में इस पूरे क्षेत्र में रायपुर हवाई अड्डा ही अपनी श्रेणी का एकमात्र हवाई अड्डा है।
पहले से चल रहा है पत्राचार
बिलासपुर से फ्लाइट सेवा शुरू करने के लिए राज्य सरकार और केंद्रीय नागर उड्डयन मंत्रालय के बीच काफी समय से बातचीत चल रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज भेजे गए पत्र में भी उन पत्रों का जिक्र किया है।
21 करोड़ खर्च हाे चुके
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है, मैं आपको आश्वस्त करना चाहूंगा कि राज्य सरकार बिलासपुर की महानगरों से एयर कनेक्टिविटी के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेगी। राज्य सरकार ने अब तक बिलासपुर एयरपोर्ट के विकास के लिए 45 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। जिसमें से 21 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।