कोरबा (BCC NEWS 24): विशव सद्भावना भवन टीपी नगर के सभागार में विशव शांति दिवस का कार्यक्रम बड़े ही उमंग उल्लास के साथ मनाया गया। माउंट आबू राजस्थान मधुबन की धरनी प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय के मुख्यालय में जब भी कोई कदम रखते हैं तो दिल से स्वत ही यह भाव निकलता है कि हम जैसे स्वर्ग में आ गए हैं यहां का पवित्र व दिव्य वातावरण मन को आनंदित व शांति प्रदान करता है। संस्था का कार्यभार किसी अदृश्य शक्ति के द्वारा चला रहा है ऐसा लोग मानते हैं बहुत ही सुनियोजित ढंग से निर्विघ्नं रूप से सरल भाव से संस्था का संचालन होता आ रहा है। यह सब इस संस्था के संस्थापक आदि पिता ब्रम्हा बाबा के कर्म भूमि पर त्याग तपस्या और प्रभु समर्पण के जीवन का ही प्रतिफल है। जिन्हें लोग दादा लेखराज के नाम से जानते थे उनका अलौकिक नाम प्रजापिता ब्रम्हा परमात्मा शिव द्वारा दिया गया है इन्होंने ना केवल भारत में बल्कि पूरे विशव में अध्यात्मिकता का अलख जगाया।
विशव के कोने कोने में परमात्मा ज्ञान का प्रकाश फैलाकर शांति स्थापना करने के आधार स्तंभ बने 18 जनवरी 2023 को इनकी 54 वीं पुण्यतिथि को विशव शांति दिवस के रूप में प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के द्वारा मनाया जाता है इस अवसर पर विशेष रुप से नगर निगम के महापौर राज किशोर प्रसाद, सभापति श्यामसुंदर सोनी, पार्षद संतोष राठौर ,साथ ही एसईसीएल सेंट्रल वर्कशॉप के महाप्रबंधक नवीन पांडे, संस्था प्रभारी दीदी बिंदु, डॉ केसी देबनाथ उपस्थित रहे अतिथि राजकिशोर प्रसाद ने कहां पिता ब्रम्हा बाबा को स्मरण करते हुए संकल्प लिया कि इनके आदर्शों के मार्ग पर चलकर जनकल्याण का कार्य करेंगे। सभापति श्याम नारायण सोनी ने कहा इनके जीवन का मूल्य सिद्धांत मानवता की सेवा करना था हमें भी लोगों के सहयोग व सेवा के लिए समर्पण भाव से सदैव तत्पर रहना चाहिए यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। दीदी बिंदु जी ने कहा उनका जीवन उच्च आदर्शों गुणों व विशेषताओं से परिपूर्ण था उन्होंने लोगों को विशेषता अनुसार गुणों को ईश्वरी कार्य में लगाकर उनके जीवन को महान बनाया इस अवसर पर टीपी नगर सेंटर में पिता ब्रम्हा बाबा का स्मृति दिवस पर शांति स्तंभ व बाबा की कुटिया तथा जीवन इतिहास की एक झलक भी सजाई गई। शांति स्तंभ के समक्ष अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर व इसने स्वरूप पुष्पांजलि आराधना श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया विश्व शांति दिवस के मौके पर संस्था से जुड़े अन्य भाई बहनों ने भी श्रद्धा सुमन अर्पण कर झांकी का अवलोकन किया।