- छात्रावासी छात्रों के संभाग स्तरीय सम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री
- “बस्तर के विकास का एक ही मूलमंत्र – शिक्षा, शिक्षा और शिक्षा
रायपुर: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि युवा शक्ति ही भारतीय गणतंत्र की असली ताकत है। बस्तर में बदलाव लाने का काम केवल बस्तर की युवा शक्ति ही कर सकती है। बस्तर के विकास का एक ही मूल मंत्र है – शिक्षा, शिक्षा और शिक्षा। उन्होंने कहा कि जितनी तेजी से बस्तर के युवा शिक्षित होंगे, उतनी ही तेजी से संवैधानिक अधिकार बस्तर के लोगों तक पहुंचेगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज धरमपुरा स्थित पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास परिसर में आयोजित छात्रावासी छात्रों के संभाग स्तरीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए ये बातें कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर ने दशकों तक अशांति झेली है। अंदरुनी क्षेत्रों के स्कूल नक्सलवादियों ने बंद करा दिए थे। छात्रावासों ने ही बस्तर में शिक्षा की अलख को जगाए रखा। बस्तर के विकास में सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी है। विकास, विश्वास और सुरक्षा की नीति पर चलते हुए बस्तर में बंद पड़े सैकड़ों स्कूलों को दोबारा शुरू किया गया है। स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट स्कूल योजना के माध्यम से अंग्रेजी और हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए निःशुल्क उत्कृष्ट शिक्षा की व्यवस्था की है। आगामी सत्र से बस्तर और सरगुजा संभाग में 252 और उत्कृष्ट स्कूल संचालित किए जाएंगे। दंतेवाड़ा जिले के सभी स्कूलों का उत्कृष्ट स्कूलों के रूप में उन्नयन किया जाएगा। साथ ही आगामी सत्र से ही प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम के कॉलेज भी शुरू किए जाएंगे। इनमें से दो कॉलेज बस्तर में खोले जाएंगे। प्रदेश में स्कूली शिक्षा को व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ा गया है। हायर सेकंडरी स्तर के विद्यार्थियों के लिए संयुक्त पाठ्यक्रम शुरू किया गया है ताकि जब वे पढ़ाई पूरी कर निकलें तो उनके सामने रोजगार के विकल्पों की कमी न हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के जल, जंगल और जमीन पर बस्तर के लोगों का अधिकार है। हमने यहां के आदिवासियों की ली हुई जमीन को उनके मालिकों को वापस दिलाया है। वन अधिकार कानून के तहत लोगों को जमीन का पट्टा दिया है। सरकार वनवासियों से समर्थन मूल्य पर अब 65 तरह के लघु वनोपजों की खरीदी कर रही है। कोदो, कुटकी और रागी की भी समर्थन मूल्य पर खरीदी की व्यवस्था की गई है। सरकार के इन सब कदमों से लोगों की आय में लगातार वृद्धि हो रही है।
छात्रावासी छात्रों के संभाग स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए संसदीय सचिव श्री रेखचंद जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में शिक्षा का स्तर मजबूत करने का काम किया है। उनकी पहल पर बस्तर के अनेक बंद स्कूलों को दोबारा शुरू किया गया है। सरकार ने स्थानीय विद्यार्थियों के लिए आश्रम और छात्रावास की व्यवस्था को सुदृढ़ किया है।
सांसद श्री दीपक बैज ने सम्मेलन में बताया कि छात्रावासी छात्रों के इस संभाग स्तरीय सम्मेलन का आयोजन 21 वर्षों बाद हुआ है। पिछली बार इसका आयोजन 2002-03 में हुआ था। उन्होंने इसमें शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया। श्री बैज ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ देश का मॉडल राज्य बन रहा है। दूसरे प्रदेश यहां से सीख रहे हैं और यहां की योजनाओं को अपने राज्य में लागू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य शासन ने कनिष्ठ भर्ती बोर्ड के माध्यम से स्थानीय युवाओं के लिए नौकरी की व्यवस्था की है। स्कूलों में बेहतर शिक्षा के लिए 14 हजार नियमित शिक्षकों की भर्ती की गई है। सम्मेलन को संभागीय छात्रावास अध्यक्ष श्री चैतराम कश्यप ने भी संबोधित किया।
सम्मेलन में हस्तशिल्प विकास बार्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप, राज्य सभा सांसद श्रीमती फूलोदेवी नेताम, विधायक चित्रकोट श्री राजमन बेंजाम, जगदलपुर की महापौर श्रीमती सफीरा साहू, इंद्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री राजीव शर्मा, मछुआ विकास कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री एम.आर. निषाद, नगर निगम की सभापति श्रीमती कविता साहू, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनिता पोयाम, स्वर्गीय महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय के कुलपति श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव और राजीव युवा मितान क्लब के जिला समन्वयक श्री सुशील मौर्य सहित अनेक जनप्रतिनिधि व छात्रावासी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।