- छत्तीसगढ़ के विकास को दर्शाता आकर्षक झांकियों का हुआ प्रदर्शन, श्रेष्ठ झांकियों को मिले पुरस्कार
- राज्यपाल ने बच्चों को वीरता पुरस्कार से किया सम्मानित, बच्चों के साहसिक कार्य की सराहना की
- गणतंत्र दिवस में प्रदर्शित उत्कृष्ट परेड को राज्यपाल ने किया पुरस्कृत, परेड कमांडर का भी किया सम्मान
- गणतंत्र दिवस में स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक प्रस्तुति देख झूम उठे दर्शक, देशभक्ति और छत्तीसगढ़ी गानों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मोहा मन
रायपुर: राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज प्रदेश की राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित मुख्य समारोह में ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली। इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। राष्ट्रीय ध्वज एवं राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राज्यपाल सुश्री उइके ने आसमान में उल्लास को प्रदर्शित करते तीन रंगों के गुब्बारे भी छोड़े। समारोह में लयबद्ध और आकर्षक परेड का आयोजन किया गया। विभिन्न विभागों द्वारा छत्तीसगढ़ के विकास को दर्शाते आकर्षक झांकियां भी प्रदर्शित की गई। स्कूली विद्यार्थियों ने देशभक्ति तथा छत्तीसगढ़ी गानों पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया। राज्यपाल ने समारोह के अंत में राज्य वीरता पुरस्कार प्राप्त बच्चों, केन्द्रीय व राज्य बलों की उत्कृष्ट परेड की टुकड़ी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों तथा श्रेष्ठ विभागीय झांकियों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, डीजीपी श्री अशोक जुनेजा और अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्ले, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ के विकास को दर्शाते आकर्षक झांकियों का हुआ प्रदर्शन
उत्कृष्ट झांकियों को राज्यपाल ने किया पुरस्कृत, स्कूल शिक्षा विभाग को प्रथम, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग को दूसरा तथा नगरीय प्रशासन और विकास विभाग को मिला तीसरा पुरस्कार
गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में शासन के विभिन्न विभागों की विकासत्मक गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर आधारित आकर्षक झांकियों का प्रदर्शन किया गया।
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने उकृष्ट झांकियों को पुरस्कृत किया और सभी विभागीय झांकियों की प्रशंसा की। समारोह में स्कूल शिक्षा विभाग को प्रथम, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग को दूसरा तथा नगरीय प्रशासन और विकास विभाग को तीसरा पुरस्कार मिला है।
उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल की बढ़ती लोकप्रियता पर आधारित झांकी, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा आदिवासी नायकों के पराक्रम, योगदान तथा सोनाखान व भूमकाल विद्रोह पर आधारित झांकी प्रदर्शित की गई। तृतीय पुरस्कार प्राप्त नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा धनवंतरी मेडिकल स्टोर, हमर सरकार तुंहर द्वार तथा मितान कॉल सेंटर के बारे जानकारी देती हुई झांकी का प्रदर्शन किया गया। समारोह में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग, ऊर्जा, कृषि विभाग, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास, लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, स्कूल शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन तथा पशुधन विकास विभाग की झांकियां प्रदर्शित की गई।
राज्यपाल ने बच्चों को वीरता पुरस्कार से किया सम्मानित, बच्चों के साहसिक कार्य की सराहना की
गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में राज्यपाल ने राज्य के वीर बालक-बालिकाओं को राज्य वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया और उनके साहस और सूझबूझ को सराहा। राज्यपाल के हाथों राज्य वीरता पुरस्कार से सम्मानित होने वाले बच्चों में कांकेर की जम्बावती भुआर्य तथा महासमुंद की 18 वर्षीय छाया विश्वकर्मा शामिल है, जिन्हें उनके साहसिक कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया है।
गणतंत्र दिवस में प्रदर्शित उत्कृष्ट परेड को राज्यपाल ने किया पुरस्कृत, परेड कमांडर का भी किया सम्मान
गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में विभिन्न केंद्रीय तथा राज्य बलों द्वारा परेड का प्रदर्शन किया गया। परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा की युवा अधिकारी सुश्री पूजा कुमार ने किया। इस मौके पर राज्यपाल ने सभी परेड कमाण्डरों का परिचय प्राप्त कर उत्कृष्ट परेड करने वाले टुकड़ियों को पुरस्कृत किया। केन्द्रीय पुलिस बलों के परेड की श्रेणी में आईटीबीपी प्रथम, बीएसएफ को द्वितीय तथा सीआईएसएफ को तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसी प्रकार राज्य बलों की श्रेणी में छ.ग.स.ब. पुरूष को प्रथम, नगर सेना महिला को द्वितीय तथा बैंड प्लाटून को तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ। झारखंड सशस्त्र बल को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही राज्यपाल सुश्री उइके ने परेड कमाण्डर सुश्री पूजा कुमार को विशेष रूप से सम्मानित किया। समारोह के परेड में बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एस.एस.बी., झारखंड सशस्त्र बल, छसबल पुरूष, छसबल महिला, छग पुलिस पुरुष, जेल पुलिस पुरुष, नगर सेना पुरूष, नगर सेना महिला, बैंड के प्लाटून शामिल थे। गणतंत्र दिवस में स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक प्रस्तुति देख झूम उठे दर्शक, देशभक्ति और छत्तीसगढ़ी गानों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मोहा मन
राज्यपाल ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पुरस्कार वितरित किए
गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी गईं। राज्यपाल ने बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम देखे और उनकी खूब सराहना की। बच्चों ने देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया। रंग-बिरंगे एवं पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य करते हुए विद्यार्थियों ने जहां दर्शकों के दिल को छू लिया, वहीं देश भक्ति गीतों ने दर्शकों के मन को देशप्रेम से भर दिया। राज्यपाल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया, जिसमें चौबे कॉलोनी रायपुर के मायाराम सुरजन कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को प्रथम, शासकीय जे.आर.दानी शासकीय हिन्दी उच्चतर विद्यालय को द्वितीय एवं शांति नगर के पी.जी. उमाठे उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।