सरगुजा: अंबिकापुर में महिला के सोने के गहने और नगद रुपए लेकर फरार हो जाने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने अंतरराज्यीय ठग गिरोह के 4 सदस्यों को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। आरोपियों के पास से बाइक, 75 ग्राम सोना और 4 मोबाइल जब्त किया गया है। आरोपियों ने इसी तरह की घटना मनेंद्रगढ़ जिले में भी अंजाम दी थी।
पुलिस ने बताया कि सूरजपुर निवासी निशा अग्रवाल अपने मायके अंबिकापुर आई हुई थी। 15 जनवरी की शाम उसने सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह अपनी भतीजी के साथ पुराने बस स्टैंड के पास काम से गई थी। इसी दौरान 2 युवक उसके पास आए और पतंजलि स्टोर का पता पूछने लगे। जानकारी नहीं होने की बात कहकर वह आगे बढ़ी ही थी कि दोनों ने उसे रोक लिया और घर में बड़ी अनहोनी होने की बात कहकर पूजा-पाठ कर समस्या से निजात दिलाने का भरोसा दिलाया।
चारों आरोपी सादिक, जाफर, अकील और दिवाकर।
महिला ने बताया कि वो आरोपियों के झांसे में आ गई और अपने पहने हुए सोने के जेवर और 1200 रुपए निकालकर भतीजी को दे दी। इसी बीच दोनों ने कहा कि बिना पीछे देखे वह आगे चलते जाए। जब वह जाने लगी, तो वे उसकी भतीजी से सोने के गहने और 1200 रुपए लेकर अपने 2 अन्य साथियों के साथ बाइक पर बैठकर फरार हो गए। महिला ने तुरंत सिटी कोतवाली में मामला दर्रिज कराया। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 34, 417 के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।
पुलिस ने मेरठ से आरोपियों को दबोचा
आईजी के मार्गदर्शन व एसपी के निर्देश पर कोतवाली प्रभारी रुपेश नारंग द्वारा आरोपियों की तलाश की जा रही थी। इसी बीच यह पता चला कि आरोपियों ने मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में भी ऐसी ही वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद पुलिस ने सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इस दौरान मुखबिर से आरोपियों का सुराग मिला। इसके बाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मेरठ से आरोपी सादिक, जाफर, अकील और दिवाकर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने दोनों ही मामले में ठगी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस ने उनके पास से घटना में इस्तेमाल दोपहिया वाहन, 4 मोबाइल व 75 ग्राम सोना बरामद किया है। पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें शुक्रवार को जेल भेज दिया गया।