Bilaspur: बिलासपुर में एक कॉलेज छात्रा के भाई के क्लर्क से फ्रॉड करने का मामला सामने आया है। दरअसल, क्लर्क को उसने पहले 13 हजार रुपए में लैपटॉप देकर फंसाया। फिर उससे लगभग एक लाख रुपए में दो मोबाइल देने का सौदा कर पैसे वसूल लिए। लेकिन, उसने मोबाइल नहीं दिया। पुलिस ने क्लर्क की शिकायत पर आरोपी युवक के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। मामला पचपेड़ी थाना क्षेत्र का है।
पुलिस के अनुसार ग्राम केंवतरा निवासी रजनीकांत पाटले (28) पचपेड़ी के गुरु घासीदास महाविद्यालय में क्लर्क है। उसने अपनी शिकायत में बताया कि कॉलेज में पढ़ने वाली स्टूडेंट दिव्या सिंह के माध्यम से उसके भाई हरिओम सिंह से उसकी जान पहचान हुई। वह विवेकानंद आरटीएस कॉलोनी में रहता है। इस बीच दोनों आपस में बातचीत करने लगे। तभी हरिओम ने उसे बताया कि उसका एक वॉट्सऐप ग्रुप है, जिसमें सस्ती कीमत में इलेक्ट्रॉनिक आइटम मिलते हैं। इसके बाद क्लर्क उसके झांसे में आ गया।
क्लर्क ने बताया कि हरिओम ने उसे मात्र 13 हजार रुपए में लैपटॉप दिलाया था, जिसके चलते वह उसकी बातों में आ गया। इस बार हरिओम ने उसे लगभग एक लाख रुपए में दो महंगे मोबाइल देने की बात कही। मोबाइल का मॉडल देखने के बाद क्लर्क उसे खरीदने के लिए तैयार हो गया और पैसे भी दे दिए। लेकिन, इसके बाद न तो उसे मोबाइल मिला और न ही पैसे वापस मिले। तब रजनीकांत ने पुलिस से उसकी शिकायत कर दी। पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।