रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अब नई सवारी होगी। नई पहचान होगी और सड़क पर जब काफीला गुजरेगा तो एक नए रुतबे के साथ। दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काफिले की सभी गाड़ियों को बदल दिया गया है।
मस्कुलर लुक वाली SUV को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काफिले में शामिल किया गया है। तकरीबन 12 नई गाड़ियां खास तौर पर मुख्यमंत्री के लिए मंगवाई गई हैं । अब इन्हीं पर मुख्यमंत्री और उनकी सुरक्षा टीम सवार होगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री जब रायपुर से कांकेर रवाना होने के लिए पुलिस ग्राउंड स्थित हेलीपैड पहुंचे तो यह नई गाड़ियां नजर आई। शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी शादी की सालगिरह भी मना रहे हैं।
मुख्यमंत्री के लिए खास तौर पर मंगवाई गई हर एक एसयूवी की कीमत 20 लाख से ज्यादा है। इनमें से कुछ को बुलेट प्रूफ सिस्टम से भी लैस किया गया है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन गाड़ियों को पंजाब में खासतौर पर कस्टमाइज करवाया गया है । जिनमें नेविगेशन सिस्टम, अलर्ट सिस्टम और कम्युनिकेशन के इक्विपमेंट लगाए गए हैं। यह सभी गाड़ियां टोयोटा ब्रांड की है।
नंबर चर्चा में
मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल हुई सभी नई टोयोटा एसयूवी का नंबर है cg02 BB 0023। मुख्यमंत्री का जन्म दिनांक 23 है इस साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसमें कांग्रेस अपनी चुनावी कसौटी पर खुद को साबित करने का दम लगा रही है। यही नंबर मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल हुई नई गाड़ियों का भी है । एक और खास बात है इसके नंबर प्लेट में लिखी हुई सीरीज बी बी। आमतौर पर सभी गाड़ियों में नंबर के पहले अल्फाबेटिकल सिस्टम अंकित किया जाता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की गाड़ी में BB का अर्थ भूपेश बघेल से निकाला जा रहा है।
लकी नंबर के शौकीन है मुख्यमंत्री भूपेश
अपने लकी नंबर 23 को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भावुक रहते हैं । उन्हें यह नंबर बेहद पसंद है । इससे पहले जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हुआ करते थे तो उनके पास एक स्कॉर्पियो थी उसका नंबर भी 0023 था उसके बाद एक अन्य गाड़ी में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 0023 नंबर ही रखा और अब सरकारी काफिले में भी जो गाड़ी शामिल की गई उसका भी नंबर 0023 ही रखा गया है।
अब तक कर रहे थे डॉ रमन वाली कार में सफर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब तक पजेरो स्पोर्ट्स मॉडल एसयूवी में सफर किया करते थे । हालांकि साल 2018 के चुनाव से ठीक पहले तब के मुख्यमंत्री रहे डॉ रमन सिंह ने इन गाड़ियों को अपने काफिले में शामिल किया था । तब उन गाड़ियों का नंबर 004 था इसके भी चुनावी मायने निकाले गए थे दरअसल तब डॉक्टर रमन सिंह अपनी चौथी पारी के लिए चुनावी मैदान में उतरने जा रहे थे मगर कामयाब नहीं हो सके थे।