Saturday, November 23, 2024
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CG: छत्तीसगढ़ में फेसबुक पोस्ट से मची खलबली…. कांग्रेस विधायक के पति बोले- मेरी बीवी पीटती है; संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव की 100 फीसदी बात झूठ, वो सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंकने में बिजी

कोरिया: जिले की बैकुंठपुर विधायक और संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव के पति अमितावो कुमार घोष ने एक बार फिर अपने फेसबुक पोस्ट से खलबली मचा दी है। उन्होंने पत्नी पर निशाना साधते हुए लंदन से पोस्ट किया कि अंबिका सिंहदेव ने जो भी बातें कहीं हैं, वो थोड़ी नहीं बल्कि 100 प्रतिशत झूठ है।

अमितावो ने पत्नी के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें अंबिका सिंहदेव ने कहा था कि पूर्व मंत्री के अमर्यादित टिप्पणी से मेरे पति बहुत दुखी हैं, इसलिए उन्होंने उनसे राजनीति छोड़ने की अपील की है, लेकिन वे विपक्षी नेता के जैसी गंदी राजनीति करने वालों से नहीं डरेंगी। अमितावो ने पत्नी के दावों को खारिज करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रथम वित्तमंत्री रामचंद्र सिंहदेव नहीं चाहते थे कि उनके परिवार से कोई भी राजनीति में आए। बच्चों की ओर से उन्होंने लिखा कि ‘हमारी मां राजनीतिक रोटियां सेंकने में बिजी हैं, वो भी हजारों मील दूर’।

अमितावो घोष ने लंदन से किया फेसबुक पोस्ट।

अमितावो घोष ने लंदन से किया फेसबुक पोस्ट।

विधायक पत्नी पर लगाया पीटने का आरोप

अमितावो घोष ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी विधायक पत्नी अंबिका सिंहदेव उनसे मारपीट करती हैं। आखिरी बार रायपुर में 4 जनवरी 2023 को भी उसने पिटाई की थी, मेरे पास इसके सबूत भी हैं। उन्होंने कहा कि मेरा सिर्फ एक ही कसूर है कि मैं 4 सालों से बस एक ही सवाल आपसे करता आ रहा हूं।

संसदीय सचिव के पति ने ‘मुझे भी कुछ कहना है’ पार्ट-3 जारी करते हुए कई आरोप लगाए। उन्होंने लिखा कि ”मैं चुप रहा तो गलतफहमी और बढ़ेगी। वो-वो भी सुना, जो हमने कहा ही नहीं।बशीर बद्र साहब की दो लाइन का जिक्र मैंने कल किया था, कुछ ही घंटों में वो सच निकला।”

अमितावो घोष का फेसबुक पोस्ट।

अमितावो घोष का फेसबुक पोस्ट।

उन्होंने लिखा कि ”मीडिया में सुना कि अंबिका जी ने कहा कि मैंने फेसबुक पोस्ट राजनैतिक टिप्पणी से नाराज होकर की है। यह थोड़ा नहीं, पूरा 100% असत्य है। हमारी शादी 1996 में हुई, 2016 तक 20 साल हुए। काका साब (डॉ रामचंद्र सिंहदेव जी) ने कभी नहीं चाहा कि उनके परिवार से कोई भी राजनीति में आए, उन्होंने खुद सक्रिय राजनीति से आपने आप को अलग कर लिया था। जो उन्हें जानते थे, वो यह भी जानते हैं किस कारण से (अभी मैं लिख नहीं रहा हूं), तो वो कौन सी मजबूरी उन्हें आ गई कि जिंदगी के आखिरी दो साल में वे अपनी भतीजी को अपना उत्तराधिकारी बनाकर चले गए?”

अमितावो घोष का पुराना पोस्ट, जिसमें पत्नी से की थी राजनीति छोड़ने की अपील।

अमितावो घोष का पुराना पोस्ट, जिसमें पत्नी से की थी राजनीति छोड़ने की अपील।

अमितावो यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे लिखा कि ‘2016 से पहले कितनी बार अंबिका जी बैकुंठपुर में आईं। आज उनके साथ जो लोग खड़े हैं, उनमें से कितने जन उन्हें 2016 के पहले मिले भी थे? अंबिका जी 2016 से पहले ना राजनीति और ना समाज सेवा के किसी भी काम से जुड़ी थीं।

भाई, हम आप ही के तरह परिवार वाले थे। हम-दोनों और हमारे दोनों बच्चे, यही था अपना जहां, ये इतने सारे नए चेहरे 5 साल से पहले तो कभी नहीं दिखे। आज अभी थोड़ी देर पहले (लंदन के सुबह 6 बजे) मेरे दोनों बेटे नाइट शिफ्ट करके घर लौटे। यहां सब काम करते हैं। बात वो नहीं है, बात यह है कि घर पर एक मां होती है, जो बच्चों को गरम रोटी बनाकर खिलाती है, हमारे घर में वो मां नहीं है साब, हमारी मां राजनीति की गरम रोटियां सेंकने में बिजी है हजारों मीलों दूर… एक और बात कि महिला की अवमानना का जिक्र छिड़ चुका है, यह विवाद क्यों उठाया जाता है, जब-जब किसी मुद्दे का जवाब आपके पास नहीं होता है?

विधायक अंबिका सिंहदेव पति अमितावो घोष के साथ।

विधायक अंबिका सिंहदेव पति अमितावो घोष के साथ।

सवाल मुद्दे का है, लिंग का नहीं। इसी के चलते तो मैं पिछले 2 साल में 3 बार पिट गया हूं आपके विधायक जी से (मेरे पास evidence है, आखिरी बार Jan 4th 2023 को रायपुर में। जब मैंने अपने जख्म की फोटो भेजी, तो उन्होंने WatsApp पर ‘sorry’ भी लिखा। मेरा कसूर बस इतना है के मैं एक ही सवाल 4 सालों से करता आ रहा हूं कि “आप यह सब क्यों कर रहें हो ?”

सुना है साहब मां-बाप के कर्मों का फल बच्चों को मिलता है, मानता भी हूं, बहुत मुश्किलों का सामना करते हुए मैं और आपके विधायक जी हमारे दोनों बच्चों की परवरिश कर रहे थे। अचानक एक हवा का झोंका आया और हमारा घोंसला ही चकनाचूर कर दिया। बात परिवार की है, इज्जत की है, मेरी जगह आप होते तो क्या करते? आज बस इतना ही …

अमितावो ने लिखा कि एक आखिरी बात .. ”मैं यह FB पोस्ट अगले शुक्रवार 10 फरवरी तक ही करूंगा। उसके बाद या तो Live में आकर और अच्छा होगा कि बैकुंठपुर में आकर आपके सवालों का जवाब दूंगा। मैं जिंदगी में कभी किसी से डरा नहीं और आज मेरे साथ मेरा वो जिंदगी ही नहीं, तो डर किस बात का।

विधायक अंबिका सिंहदेव की शादी के वक्त की तस्वीर।

विधायक अंबिका सिंहदेव की शादी के वक्त की तस्वीर।

ये है मामला

संसदीय सचिव के पति अमिताभ कुमार घोष ने सोशल मीडिया पर अपनी पत्नी से सक्रिय राजनीति छोड़ने की अपील की थी। सोशल मीडिया पर किया गया उनका ये पोस्ट वायरल हो गया। उन्होंने विधायक पत्नी के पीए भूपेंद्र सिंह और विनय जायसवाल से इस काम में सहयोग करने का आग्रह किया। अब इस पोस्ट पर राजनीति भी शुरू हो गई है। वहीं दैनिक भास्कर से खास बातचीत में अंबिका सिंहदेव ने कहा कि उनके पति पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े की उन पर की गई अमर्यादित टिप्पणी से बेहद आहत हैं, इसलिए उन्होंने उनसे राजनीति छोड़ने की अपील की, लेकिन वे विपक्षी नेता के जैसी गंदी राजनीति करने वालों से नहीं डरेंगी।

संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने कहा है कि मैं विधायक होने के साथ-साथ किसी की धर्मपत्नी, मां और बहन भी हूं। ऐसे में मेरे पिता तुल्य द्वारा मुझ पर अमर्यादित टिप्पणी करने से मेरे पति का मन दुखी है। इसलिए उन्होंने आज के दौर में हो रही स्तरहीन राजनीति से मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा है, लेकिन मैं ऐसी गंदी राजनीति करने वाले लोगों से डरने वाली नहीं हूं। न मैं इस्तीफा दूंगी और न मैं मैदान छोड़ूंगी।

महिला विधायक ने कहा कि भैयालाल जी आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहें, मैं क्षेत्र की जनता की प्यार की बदौलत फिर से चुनावी समर में उतरूंगी। बता दें कि अंबिका सिंहदेव कोरिया कुमार के नाम से विख्यात रहे प्रदेश के पहले वित्तमंत्री दिवंगत रामचन्द्र सिंहदेव की भतीजी हैं। रामचन्द्र सिंहदेव मध्यप्रदेश में एक साथ 16 विभागों के कैबिनेट मंत्री रहे हैं। वे अविवाहित थे। उनके निधन के बाद अंबिका सिंहदेव उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं।

अंबिका सिंहदेव ने कहा कि भैयालाल राजवाड़े द्वारा मुझ पर की गई टिप्पणी को लेकर मेरे पति ने पोस्ट किया, जिसके बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री की पकड़ जनता में नहीं रह गई है। उन्होंने कहा कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में इनका सूपड़ा साफ होना तय है, इसलिए अब ये विधानसभा की दावेदारी से हटने के लिए सुरक्षित रास्ता ढूंढ रहे हैं।

पूर्व मंत्री ने भी साधा संसदीय सचिव पर निशाना

इधर पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े ने कहा कि संसदीय सचिव खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है। वो अगर तैयार हैं, तो मैं भी 2023 के चुनाव के लिए तैयार हूं। वो आ जाएं मैदान में। जिला पंचायत चुनाव के परिणाम ने बता दिया है कि विधानसभा में क्या परिणाम होगा।




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