Monday, November 25, 2024
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कोरबा: अनियमित विकास का नियमितीकरण न कराने पर होगी मकान, दुकान सीलिंग की कार्यवाही…

  • नियमितीकरण कराने के है अनेकों फायदे, नियमितीकरण न कराने से अवैध निर्माण मानकर की जाएगी कार्यवाही
  • आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने अधिकारियों की बैठक लेकर नियमितीकरण कार्यप्रगति के साथ ही शासन की विभिन्न योजनाओं व निगम कार्यो की कार्यप्रगति की समीक्षा की

कोरबा (BCC NEWS 24): अनियमित विकास का नियमितीकरण न कराने पर अनियमित रूप से बनाए गए  मकान, दुकान आदि को सील करने की कार्यवाही शीघ्र ही निगम द्वारा की जाएगी, वहीं इसे अवैध निर्माण मानकर तोड़ा भी जा सकता है। वहीं निगम के बडे़ बकायादारों तथा बकाया की अंशिक राशि जमा कर शेष राशि जमा न करने वालों पर भी सीलिंग व कुर्की की कार्यवाही की जाएगी। आज आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने निगम अधिकारियों की बैठक लेकर नियमितीकरण व राजस्व वसूली कार्य की समीक्षा करते हुए उक्ताशय के निर्देश अधिकारियों को दिए।

नगर पालिक निगम कोरबा के मुख्य प्रशासनिक भवन साकेत स्थित सभाकक्ष में आज आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने अधिकारियों की बैठक लेकर अनियमित विकास के नियमितीकरण व राजस्व वसूली की कार्यप्रगति के साथ-साथ शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के संचालन व निगम के विभिन्न कार्ये की कार्यप्रगति की बिन्दुवार समीक्षा की। आयुक्त श्री पाण्डेय ने अनियमित विकास के नियमितीकरण हेतु सर्वेक्षण कार्य एवं प्राप्त आवेदनों तथा उन पर की गई कार्यवाही की जोनवार समीक्षा की, उन्हेने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्वे एवं नोटिस दिए जाने के बाद संबंधितों द्वारा नियमितीकरण हेतु आवेदन प्रस्तुत किए गए हैं या नहीं, इस पर फोकस करते हुए आवेदन पत्रों को जमा कराएं, अनियमित विकास व निर्माण का शत प्रतिशत नियमितीकरण हो तथा अनियमित निर्माण करने वाले सभी व्यक्ति नियमितीकरण हेतु आवेदन प्रस्तुत करें, इस दिशा में विशेष अभियान के रूप में कार्यवाही संपादित कराएं, लोगों को प्रेरित करें, उन्हें नियमितीकरण के फायदों को बताएं, यदि उनके द्वारा इन सबके बावजूद आवेदन प्रस्तुत नहीं किए जाते हैं तो अवैध निर्माण मानकर उस पर आवश्यक कार्यवाही करें।

नियमितीकरण के फायदें –  आयुक्त श्री पाण्डेय ने कहा कि अनियमित निर्माण व विकास करने वालों को शासन ने एक बहुत अच्छा विकल्प दिया है, वे इसका फायदा उठाएं, नियमितीकरण कराने से बैंक लोन प्राप्त करने, फ्री होल्ड की कार्यवाही संपादित कराने तथा अन्य अनेक विषयों पर संबंधितों को सुविधा प्राप्त होती है, यदि अनियमित विकास का नियमितीकरण न कराया जाए, तो वह निर्माण अवैध माना जाता है तथा उसे कभी भी तोड़ा जा सकता है तथा तोड़े जाने का भय हमेशा बना रहता है, किन्तु नियमितीकरण करा लेने से उक्त मकान, दुकान भवन का निर्माण वैध हो जाता है तथा उसे कभी तोड़ा नहीं जा सकता है।  

बकायादारों पर शीघ्र होगी कार्यवाही – आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने बैठक के दौरान राजस्व वसूली कार्यप्रगति की जोनवार समीक्षा की। राजस्व वसूली की धीमी प्रगति तथा निर्धारित लक्ष्य प्राप्त न होने को गंभीरता से लेते हुए उन्होने बकायादारों पर आवश्यक कार्यवाही करने, 01 लाख रूपये से अधिक व 50 हजार रूपये से अधिक की राशि के बकायादारों पर सीलिंग व कुर्की की कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होने कहा कि कई बकायादारों द्वारा आंशिक रूप से राशि जमा करने के बाद शेष राशि जमा नहीं कराई जा रही, जो अफसोसजनक है, अतः उन पर भी कार्यवाही करें तथा सम्पूर्ण बकाया राशि जमा कराए।

योजनाओं की कार्यप्रगति की समीक्षा – बैठक के दौरान आयुक्त श्री पाण्डेय ने प्रधानमंत्री आवास योजना, गोधन न्याय योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, श्री धन्वंतरी योजना, मुख्यमंत्री मितान योजना, अमृत मिशन, विभिन्न पेंशन योजनाओं, सहित शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की कार्यप्रगति की समीक्षा की तथा योजनाओं के त्रुटिरहित संचालन किए जाने तथा पात्र लोगों तक योजनाओं का वास्तविक लाभ पहुंचाने की दिशा में निष्ठापूर्वक कार्य करने हेतु अधिकारियों का मार्गदर्शन किया।

प्रकरणों का निराकरण समयसीमा में – आयुक्त श्री पाण्डेय ने बैठक के दौरान कलेक्टर टी.एल.एवं जनदर्शन, निगम टी.एल., पी.जी.एन.प्रकरण, शासन से प्राप्त पत्रों तथा जनसमस्याओं से जुडे़ प्रकरणों व प्राप्त आवेदनों पर निराकरण की कार्यवाही की समीक्षा करते हुए उन्होने प्रकरणों का निराकरण समयसीमा के अंदर किए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्हेने कहा कि विभिन्न पेंशन योजनाओं के हितग्राहियों को समय पर पेंशन मिले, निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पेंशन प्रकरण समय पर निराकृत हों, इस हेतु तत्परता से कार्य करें।

निर्माण कार्यो में पूर्ण गुणवत्ता सुनिश्चित हों – आयुक्त श्री पाण्डेय ने निगम के प्रगतिरत निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि संबंधित कार्यपालन अभियंता स्वयं निर्माण कार्यो का निरीक्षण करें तथा कार्यो में पूर्ण गुणवत्ता सुनिश्चित कराएं , कार्य के दौरान उप अभियंता एवं सहायक अभियंता कार्य स्थल पर मौजूद रहकर कार्य की सतत मानीटरिंग करें, उन्होने कहा कि निर्माण कार्यो में गुणवत्ता की कमी किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं होगी। आयुक्त श्री पाण्डेय ने निगम के साफ-सफाई कार्यो, पेयजल आपूर्ति व्यवस्था, सड़क रोशनी व्यवस्था सहित अन्य नागरिक सेवाओं व सुविधाओं से जुडे़ कार्यो की समीक्षा की तथा कार्यो की बेहतरी हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

बैठक के दौरान अपर आयुक्त खजांची कुम्हार, अधीक्षण अभियंता एम.के.वर्मा, उपायुक्त बी.पी.त्रिवेदी, संपदा अधिकारी श्रीधर बनाफर, जोन कमिश्नर आर.के.माहेश्वरी, एन.के.नाथ, विनोद शांडिल्य, अखिलेश शुक्ला, कार्यपालन अभियंता भूषण उरांव, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय तिवारी व सुनील वर्मा, राजस्व अधिकारी अशोक बनाफर, रघुराज सिंह, अनिरूद्ध सिंह, के.एस.क्षत्री, सहायक अभियंता डी.सी.सोनकर, प्रकाश चन्द्रा, योगेश राठौर, राकेश मसीह, विवेक रिछारिया, पीयूष राजपूत, राहुल मिश्रा, देवेन्द्र स्वर्णकार, विपिन मिश्रा, लीलाधर पटेल, गोयल सिंह विमल, अनिलराम, सोमनाथ डेहरे, रमेश सूर्यवंशी, यशवंत जोगी, विनोद गोड़,  आदि के साथ अन्य अधिकारी अभियंतागण उपस्थित थे।  




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