कोरबा: टीपी नगर निवासी ठेका व्यवसायी अरूण वर्मा लहूलुहान हालत में अचेत मिला। जिसे इलाज के लिए रायपुर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। पुलिस घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन को खंगाल रही है। वहीं ठेका व्यवसायी के ऑफिस में भी खून के धब्बे मिलने की जानकारी मिली है।
ठेका व्यवसायी अरूण वर्मा (42) अपने परिवार के साथ टीपी नगर में निवास करते हैं। उनके चाचा नरेश वर्मा बड़े ठेका व्यवसायी हैं। अरूण वर्मा के साथ क्या हुआ यह तो अभी पुलिस जांच में सामने आएगा, मगर यह घटना बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात की है। सिविल लाइन थाना रामपुर के टीआई नितिन उपाध्याय का कहना है कि घटना की सूचना उन्हें गुरुवार रात को दी गई है। वे पीड़ित के बयान के लिए रायपुर निकल गए हैं। इधर अरूण के करीबियों से जो जानकारी मिली उसके अनुसार वे बुधवार को कुसमुंडा की अपनी साइट पर गए थे।
वहां वे ठेके से संबंधित एसईसीएल के अधिकारी से मिले। उसके बाद वे पार्षद व ट्रांसपोर्टर अमरजीत सिंह की ऑफिस गए। अमरजीत सिंह का कहना है कि अरूण रात करीब 9.30 बजे उनके ऑफिस आए थे। दो दिन पहले वे कुछ रुपए ले गए थे जिसे उन्होंने आकर उनके स्टॉफ को दिया। इसके बाद वे जब ऑफिस में ही बैठे थे तभी उनकी पत्नी का फोन आया और वे घर आने निकल रहा हूं कहकर चले गए। अरूण अपनी किया सेल्टोस कार में कुसमुंडा से निकल गए। इसके बाद जब वे देर तक घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की।
अमरजीत सिंह भी अपने साथियों के साथ उनकी तलाश में निकल पड़े। अरूण की कार में जीपीएस लगा हुआ है जिसके सहारे परिजन कोसाबाड़ी स्थित ब्लू बर्ड स्कूल के पीछे वाली सड़क पर जब पहुंचे तब पास में ही कार दिखी।
बाइक से मिला क्लू, बलेनो कार की भी हो रही तलाश
सीएसपी कोरबा विश्वदीपक त्रिपाठी का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभी कुछ ठोस रूप से नहीं कहा जा सकता। सूत्रों के मुताबिक घटनास्थल के पास स्थित एक हॉस्पिटल के सीसीटीवी के फुटेज में नजर आ रहा है कि रात 12.40 बजे एक बाइक में तीन सवार निकल रहे हैं जिसमें चालक के बाद बीच में अरूण है। यह बाइक पहले सीधी जाती है उसके बाद लौटती है। इस बाइक के पीछे-पीछे एक बलेनो कार भी चक्कर लगा रही है।