नारायणपुर: छ्त्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में IED ब्लास्ट की चपेट में आने से एक जवान शहीद हो गया। संजय लकड़ा जशपुर जिले के रहने वाले थे। नारायणपुर जिले में CAF (छ्त्तीसगढ़ आर्म फोर्स) की 16वीं बटालियन में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ थे। शहादत के बाद उनके पार्थिव शव को गृहगांव भेजने की तैयारी की जा रही है। मामला जिले के ओरछा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, जिले के नक्सल प्रभावित ओरछा के बटुम इलाके में CAF, DRG की संयुक्त पार्टी नक्सल ऑपरेशन पर निकली हुई थी। यहां माओवादियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने पहले से ही IED प्लांट कर रखा था। जब सर्चिंग करते हुई पुलिस पार्टी इलाके में पहुंची तो संजय लकड़ा का पैर IED पर आ गया। जिससे जोर का घमाका हुआ।
इससे पहले शनिवार को सुकमा में DRG के तीन जवान शहीद हुए थे। उनके पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए जवान।
ब्लास्ट के बाद जवान संजय लकड़ा मौके पर ही शहीद हो गए। घटना के बाद साथी जवानों ने मौके से शव को ओरछा कैंप लाया। फिर वहां से नारायणपुर हेडक्वार्टर लाया गया। ASP हेमसागर सिदार ने बताया कि, यहां जवान को अंतिम विदाई देने के बाद उनके पार्थिव देह को उनके गृहगांव जशपुर के बाम्हनपुरा रवाना किया जाएगा। उन्होंने बताया कि, माओवादियों की खिलाफ ऑपरेशन जारी है।
सुकमा में 3 जवान हुए शहीद
एक दिन पहले माओवादियों ने सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र जगरगुंडा और कुंदेड़ के बीच जवानों को एंबुश में फंसाया था। यहां पुलिस और नक्सलियों के बीच करीब 1 घंटे तक मुठभेड़ चली। हालांकि, नक्सलियों की गोली लगने से DRG के तीन जवान शहीद हो गए थे। पुलिस ने दावा किया था कि, जवानों ने इस मुठभेड़ में 5 से 6 माओवादियों को भी ढेर किया है।