- छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोवैक्सीन को ट्रायल स्टेज पर बताकर किया था इस्तेमाल से इंकार
- भाजपा ने कहा कि जब वैज्ञानिकों ने दवा भेजी है तो सरकार को आपत्ति क्यों? इसी पर जारी है विवाद
छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर का एक सोशल मीडिया पोस्ट चर्चा में है। उन्होंने लिखा- लुईस पाश्चर ने 19वीं शताब्दी में रैबीज का पहला टीका खोजा था, उसके बाद 21वीं शताब्दी में माननीय टीएस सिंहदेव जी पैदा हुए हैं, जो Intelligence Quotient (IQ) में दुनिया के किसी भी वैज्ञानिक से ज्यादा हैं, छत्तीसगढ़ कांग्रेस आपका अभिनंदन करे, ऐसी अपेक्षा है। दरअसल चंद्राकर का ये तंज कोवैक्सीन पर सिंहदेव के इनकार की वजह है। सिंहदेव ने कहा था कि कोवैक्सीन ट्रायल स्टेज में है। ऐसे में वो इसका इस्तेमाल करने के पक्ष में नहीं हैं।
डॉक्टर रमन सिंह ने कहा- राहुल गांधी को खुश करने के लिए हो रहा सब
डॉक्टर रमन सिंह ने कोवैक्सीन के मुद्दे पर टीएस सिंहदेव के इनकार पर सोशल मीडिया पोस्ट किया है। इस पर उन्होंने लिखा कि केंद्र की हर योजना और हर निर्णय में कांग्रेस सरकार अड़ंगा लगाकर आखिर किसे खुश करना चाह रही है, क्या राहुल गांधी जी चाटूकारिता करने पर नम्बर ज्यादा देते हैं? जो अब सिंहदेव जी भी प्रदेश की जनता की जान से खिलवाड़ कर उन्हें खुश करने वैक्सीन तक का विरोध कर रहे हैं।
विवाद क्यों
दरअसल, छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए कोवीशिल्ड और कोवैक्सीन नाम की दवा केंद्र सरकार से भेजी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने साफ कहा है कि कोवैक्सीन के दो ट्रायल हुए हैं। तीसरा ट्रायल बाकी है। इस इंजेक्शन के साथ एक फॉर्म दिया गया है कि इसके इस्तेमाल से कोई गड़बड़ी हुई तो जिम्मेदार इंजेक्शन लगवाने वाला खुद होगा। इस वजह सिंहदेव ने कोवैक्सीन के इस्तेमाल से इनकार कर दिया। अब भाजपा यह कह रही है कि जब केंद्र सरकार ने दवा भेजी है तो यूं ही नहीं भेज दी। राज्य सरकार को प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। इस वजह से वैक्सीन के मुद्दे पर बवाल मचा हुआ है।