Friday, March 29, 2024
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निदान 36: एक हफ्ता, 30 शिविर, 2400 से अधिक समस्याओं-मांगो का निराकरण सफल रही कलेक्टर श्रीमती कौशल की पहल, लगभग 54 प्रतिशत समस्याओं का निराकरण मौके पर शेष मांगो-समस्याओं पर सकारात्मक निराकरण 15 दिनों में करने के निर्देश….


कोरबा/कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की पहल पर आठ फरवरी से शुरू हुए निदान 36 कार्यक्रम से एक हफ्ते में ही जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की दो हजार से अधिक समस्याओं और मांगों का मौके पर ही निराकरण हो गया। पिछले छह दिनों में जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों से लेकर शहर से सटे ग्रामीण क्षेत्रों तक में लोगों की समस्याओं और मांगो के निराकरण के लिए 30 निदान शिविर आयोजित किए गए जिनमें लोगों ने बढ़-चढ़ कर भागीदारी की। 30 निदान शिविरों में प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष ग्रामीणजनों ने समस्याओं और मांगों से संबंधित चार हजार 544 आवेदन दिए, जिनमें से दो हजार 431 का निराकरण तत्काल कर दिया गया। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने शेष समस्याओं और मांगो के मामलों में 15 दिनों में स्थल निरीक्षण, पात्रता निर्धारण आदि पूरा करके वास्तविक जरूरतों के आधार पर निराकरण के निर्देश दिए हैं।


आठ फरवरी से लेकर 12 फरवरी तक पांचो विकासखण्डों में आसपास की पांच-सात ग्राम पंचायतों का क्लस्टर बनाकर क्लस्टर स्तरीय 25 निदान शिविर हुए। इन क्लस्टर स्तरीय निदान शिविरों में लोगों ने प्रशासन के समक्ष अपनी समस्याओं और मांगो से संबंधित तीन हजार 191 आवेदन दिए। अधिकारियों ने आवेदनों का परीक्षण कर मौके पर ही एक हजार 694 समस्याओं और मांगो का सकारात्मक निराकरण कर दिया। किसी का काफी समय से लंबित नामांतरण हो गया, तो किसी का नाम राशन कार्ड में जुड़ गया। किसी का नया राशन कार्ड बन गया, तो किसी विधवा या बुजुर्ग का पेंशन प्रकरण तैयार हो गया।
आज सभी विकासखण्डों में ब्लाॅक स्तरीय निदान शिविर लगे जिनमें एक हजार 353 आवेदन मिले और इनमें से 737 आवेदनों का निराकरण कर दिया गया। इन शिविरों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ जिला एवं ब्लाक स्तर के विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे। इन शिविरों में आए ग्रामीणों की राजस्व संबंधी समस्याओं से लेकर बिजली, पानी, शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य आदि समस्याओं का यथा संभव मौके पर ही निराकरण किया गया। नए राशन कार्ड बनाने से लेकर नाम जोड़ने, नाम काटने के काम भी इन शिविरांे में हुए। ग्रामीणों में से सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के पात्र हितग्राहियों का चिन्हांकन, पेंशन प्रकरण तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजने के काम भी इन शिविरों में हुए। शिविरों में उपस्थित ग्रामीणजनों को विभागीय अधिकारियों ने शासकीय योजनाओं की जानकारी दी और उनसे लाभ लेने के तरीके भी बताए।
आज पांच ब्लाॅक स्तरीय निदान शिविरों में एक हजार 353 आवेदन मिले, 737 मौके पर निराकृत – आज जिले में सभी विकासखण्डों में एक-एक ब्लाॅक स्तरीय निदान शिविर आयोजित किया गया। कटघोरा के सुकलाखार में प्राथमिक शाला परिसर में आयोजित निदान शिविर में 370 प्रकरण मिले, जिनमें से 332 आवेदनों का निराकरण मौके पर ही किया गया। करतला के सोहागपुर के हाईस्कूल परिसर में आयोजित शिविर में मिले 196 आवेदनों में से 46 आवेदनों का निराकरण तत्काल हुआ। पोंड़ीउपरोड़ा विकासखंड के पचरा के निदान शिविर में ग्रामीणजनों ने समस्याओं और मांगों से संबंधित 378 आवेदन दिए, जिनमें से 156 का निराकरण तत्काल कर दिया गया। पाली के चैतमा हाईस्कूल भवन में आयोजित शिविर में 247 आवेदन प्राप्त हुए और 109 का निराकरण मौके पर ही हो गया। कोरबा विकासखंड के अजगरबहार में आयोजित निदान शिविर में 162 आवेदन मिले, जिनमें से 94 प्रकरणों का निराकरण मौके पर ही किया गया।
 छह दिनों में प्रशासन ने जानी ग्रामीणों की चार हजार 544 समस्याएं और मांगे, दो हजार 431 का समाधान किया – पिछले छह दिनों से चल रहे निदान शिविरों से प्रशासन गांव-गांव तक पहुंचा है और ग्रामीणों ने खुलकर अपनी समस्याएं और मांगे प्रशासन के समक्ष रखीं हैं। छह दिनों में ही निदान शिविरों के माध्यम से दूरदराज के ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों के नजदीक के गांवो तक की चार हजार 544 समस्याएं और मांगे प्रशासन को मिली। कलेक्टर श्रीमती कौशल के निर्देश पर इनमें से दो हजार 431 समस्याओं और मांगो का समाधान मौके पर ही मौजूद अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा कर दिया गया। इन छह दिनों में कोरबा विकासखण्ड में ग्रामीणों ने 516 आवेदन देकर अपनी समस्याएं-मांगे बताईं जिनमें से 308 का निराकरण हो गया है। इसी प्रकार करतला विकासखण्ड में केवल छह दिनों में ही 687 समस्याएं और मांगे सामने आईं हैं जिनमें से 261 का निराकरण मौके पर ही कर दिया गया है। पाली विकासखण्ड में कुल 857 आवेदन मांग और समस्याओं के संबंध में मिले हैं और इनमें से 482 का निराकरण हो गया है। कटघोरा विकासखण्ड के ग्रामीणजनों द्वारा अपनी दिए गए 931 आवेदनों में से 806 का निराकरण तत्काल कर दिया गया, वहीं पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में भी 1553 आवेदनों में से 574 का समाधान शिविरों में ही कर दिया गया है।
विधायक श्री मोहितराम केरकेट्टा पहुंचे चैतमा और पचरा, कहा – शिविर जनता और प्रशासन के बीच जुड़ाव के बेहतर माध्यम – पाली-तानाखार के विधायक श्री मोहितराम केरकेट्टा आज पाली विकासखण्ड के चैतमा और पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड के पचरा में आयोजित ब्लाॅक स्तरीय निदान शिविरों में शामिल हुए। श्री केरकेट्टा ने ऐसे शिविरों को प्रशासन और जनता के बीच जुड़ाव का बेहतर माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे शिविरों से प्रशासन सीधे गांवो तक पहुंचता है, लोग अपने गांव-घर में बिना झिझक अपनी परेशानियों और जरूरतों को बताते है। कई बार मौका-मुआयना करके प्रशासन द्वारा छोटी-छोटी समस्याओं का तुरंत समाधान कर दिया जाता है। विधायक ने कहा कि इससे शासन-प्रशासन के प्रति जनता का विश्वास बढ़ता है।
श्री केरकेट्टा ने शिविर मंे ग्रामीणों से शासकीय योजनाओं से लाभान्वित होने की जमीनी हकीकत जानी। उन्हांेने रोजगार सहायक को बुलाकर मनरेगा के तहत चल रहे कामों की भी जानकारी ली और रोजगार सहायक को समय पर मजूदरी भुगतान करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी केन्द्रों द्वारा संचालित पोषण योजनाओं की भी जानकारी ग्रामीण महिलाओें से ली। विधायक ने ग्रामीणों से पटवारी के कामकाज के बारे में पूछा और ग्रामीणजनों से प्रायमरी और हाईस्कूल में पढ़ाई, मोहल्ला स्कूल के संचालन और पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के संचालन के बारे में जानकारी ली। पंचायत सचिव को बुलाकर सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के भुगतान और पात्र लोगों के प्रकरण तैयार करने के बारे में पूछा तथा सभी पात्र हितग्राहियों के पेंशन प्रकरण तैयार कर इस माह के अंत तक स्वीकृति कराने और अगले माह से पेंशन भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिए।

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