कांकेर: जिले में 19 पंचायत सचिवों को सस्पेंड कर दिया गया है। ये कार्रवाई सामुदायिक शौचालय निर्माण में लापरवाही बरतने के चलते की गई है। इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ सुमित अग्रवाल ने आदेश जारी किया है।
ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय निर्माण को लेकर 2020- 21 में कार्य स्वीकृत हुए थे, जिसके निर्माण को लेकर पंचायत सचिवों के द्वारा लापरवाही बरती जा रही थी। दो साल बीत जाने के बाद भी कार्य पूर्ण नहीं हुए। जिसको लेकर पंचायत सचिवों को 4 बार नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद भी पंचायत सचिवों के कार्य में सुधार नहीं आया और सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ। इसी वजह से कार्रवाई की गई है।
इन सचिवों पर हुई कार्रवाई
जनपद पंचायत कांकेर अंतर्गत ग्राम पंचायत मुरागांव के सचिव शिवराम दर्रो, ईरादाह के सचिव महेश मंडावी, कुरिष्टीकुर के सचिव प्रसाद प्रधान , जनपद पंचायत अंतागढ़ के ग्राम पंचायत अर्रा के सचिव पन्नालाल नेताम, हिन्दूबिनापाल के सचिव नरेश कुमार दुग्गा, बड़ेपिंजोड़ी के सचिव जागेश्वर बघेल, टिमनार के सचिव धरमूराम बघेल, गोड़बिनापाल के सचिव तुलाराम मरकाम, मासबरस के सचिव पीताम्बर नाग।
इसी प्रकार कानागांव के सचिव राजेन्द्र साहू, हिमोड़ा के सचिव बृजलाल कावड़े तथा दुर्गूकोंदल जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत गोड़पाल के सचिव दल्लूराम मंडावी, बरहेली के सचिव प्रेमसिंह नाग, कोदापाखा के सचिव कृपाराम बघेल, पचांगी के सचिव रमेश कुमार हिड़को, ओटेकसा के सचिव सहदेव नरेटी, गुदूम के सचिव जगदेव पांडे के खिलाफ कार्रवाई कई है। इनके अलावा सिवनी के सचिव प्रेमलता हुर्रा और जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा के ग्राम पंचायत चांदीपुर के सचिव दीपक सरकार को भी सस्पेंड कर दिया गया है।