BALOD: बालोद पुलिस और साइबर सेल ने झारखंड के धनबाद से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसने सरकारी स्कूल के प्राचार्य के निजी खाते और विद्यालय के अकाउंट से लाखों रुपए पार कर दिए थे। आरोपी ने बैंक अधिकारी बनकर पीड़ित को कॉल किया था। मामला बालोद थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, घीना विद्यालय के प्राचार्य मिश्रीलाल ठाकुर के पास अज्ञात व्यक्ति ने कॉल किया। उसने खुद को बैंक अधिकारी बताते हुए कहा कि आज ही खाते को अपडेट करा लें, नहीं तो अकाउंट बंद कर दिया जाएगा। आरोपी ने कहा कि आधार कार्ड को अपडेट कराना जरूरी है, ये कहते हुए प्राचार्य तो झांसे में लिया।
इसके बाद प्राचार्य से आरोपी दिनेश रविदास ने एटीएम कार्ड का नंबर, सीवीवी नंबर और ओटीपी ले लिया। आरोपी ने स्कूल के अकाउंट की भी डिटेल ले ली और प्राचार्य मिश्रीलाल के निजी खाते से 33 हजार 568 रुपए और विद्यालय के अकाउंट से 4 लाख 36 हजार रुपए पार कर दिए।
साइबर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
धनबाद से किया गया गिरफ्तार
जब खाते से पैसे कटने का मैसेज प्राचार्य के पास आया, तब उन्हें ठगे जाने का अहसास हुआ और उन्होंने तुरंत थाने में मामला दर्ज कराया। मामला शासकीय विद्यालय से भी जुड़ा हुआ था, इसलिए पुलिस तुरंत हरकत में आई। जिला पुलिस अधीक्षक डॉ जितेंद्र यादव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौड़ ने बालोद थाने और साइबर सेल की संयुक्त टीम गठित की। जांच में आरोपी के झारखंड में होने का पता चला।
बालोद से पुलिस टीम झारखंड के धनबाद के लिए निकली और वहां से आरोपी दिनेश रविदास (30 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को बालोद लाया गया है। आरोपी दिनेश रविदास को ग्राम बरदंगाल पंचमहली थाना चिरकुण्डा जिला धनबाद से गिरफ्तार किया गया। आरोपी की लोकेशन धनबाद बैंक एटीएम के सीसीटीवी फुटेज से मिली थी। आरोपी के पास से बैंक पासबुक और 2 मोबाइल जब्त किया गया है।
पुलिस ने दी सतर्क रहने की सलाह
पूरे मामले में जब हमने थाना प्रभारी नवीन बोरकर एवं साइबर सेल टीम के प्रभारी दिलेश्वर चंद्रवंशी से चर्चा की, तो उन्होंने बताया कि हम लगातार लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि साइबर ठगों से हमेशा अलर्ट रहें। किसी भी अनजान व्यक्ति का फोन ना उठाएं। उन्होंने कहा कि हमें नंबरों से भी पहचान करना चाहिए कि कौन सा नंबर हमारे आसपास का है और कौन सा अन्य राज्यों से आया हुआ है।