कांकेर: जिले के भीमाडीही गांव में शनिवार रात 2 बजे एक घर की बाड़ी में स्थित कुएं में तेंदुआ गिर गया है। घटना दुधावा इलाके की है। मामले की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। तेंदुए के रेस्क्यू की कोशिश की जा रही है। वन विभाग की टीम ने लकड़ी की जाली बनाकर डाला है, जिस पर तेंदुआ बैठा हुआ है।
बस्ती के भीतर तेंदुए के कुएं में गिरने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में भी दिक्कत आ रही है। क्योंकि तेंदुआ बाहर निकलने के बाद लोगों पर हमला कर सकता है। दोपहर में रेस्क्यू रोका गया है। वन विभाग की टीम अब शाम ढलने के बाद रेस्क्यू फिर से शुरू कर सकती है। फिलहाल कुएं में भी तेंदुए की देखभाल की जा रही है, ताकि उसे किसी तरह का नुकसान ना हो।
भीमाडीही गांव में शनिवार रात 2 बजे एक घर की बाड़ी में स्थित कुएं में तेंदुआ गिर गया है।
बताया जा रहा है कि 18 मार्च को रात करीब 2 बजे तेंदुआ कुत्ते का शिकार करने के चक्कर में सोहन नेताम की बाड़ी में स्थित कुएं में जा गिरा। रात में कुएं में किसी के गिरने की आवाज से जब घर के लोग उठे और जाकर देखा, तो उनके होश उड़ गए। रविवार सुबह वन विभाग को सूचना दी गई, जिसके बाद से वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद है। कुएं को चारों ओर से कवर कर दिया गया है। लोगों को कुएं के पास जाने से मना कर दिया गया है, ताकि तेंदुआ आक्रामक न हो सके।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
जिले में तेंदुए के कुएं में गिरने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी शहर के भंडारीपारा, चावण गांव में इस तरह की घटना हो चुकी है। सरोना रेंज के रेंजर धनलाल साहू ने बताया कि अभी तेंदुए को बाहर निकालने से खतरा हो सकता है। शाम ढलने के बाद उसे निकालने का प्रयास किया जाएगा।
कांकेर शहर के उदय नगर वार्ड में दो भालू भी घुस आए थे। वे काफी देर तक वार्ड में घूमते रहे।
दो दिन पहले दिनदहाड़े शहर के बीच घूमते रहे दो भालू
दो दिन पहले कांकेर शहर के उदय नगर वार्ड में दिनदहाड़े दो भालू घुस आए और काफी देर तक वार्ड में घूमते रहे। भालू की शहर के बीच मौजूदगी से शहरवासियों में दहशत का माहौल बन गया। वहीं वन अमला भी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गया था। शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे उदय नगर वार्ड में दो भालू पहाड़ी के रास्ते घुस आए थे, जिस दौरान भालू शहर में घुसे उस दौरान बारिश हो रही थी, जिसके कारण सड़कों पर ज्यादा भीड़भाड़ नहीं थी, लेकिन वार्ड की गलियों में भालू खुलेआम घूम रहे थे। दोनों भालू आधे से एक घंटे तक शहर के बीच विचरण करने के बाद जंगल की ओर लौट गए।