BILASPUR: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कोरोना से फिर एक मरीज ने दम तोड़ा है। पंद्रह दिन के भीतर ये दूसरी मौत है। इससे पहले महिला की मौत हो चुकी है। जिस संक्रमित की मौत हुई है, वह ग्रामीण इलाके से है। इससे अब कोरोना का संक्रमण ग्रामीण क्षेत्र में फैलने की आशंका है।
रतनपुर क्षेत्र के ग्राम पोड़ी में रहने वाले 45 वर्षीय पुरुष को पिछले कुछ दिनों से हाथ पैर में दर्द की शिकायत थी, जिसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए शहर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि वो सिकलसेल पीड़ित था। यहां उसकी कोरोना जांच कराई गई, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। प्राइवेट अस्पताल में कोरोना मरीज का गाइडलाइन के अनुसार इलाज चल रहा था। रविवार देर रात उसकी मौत हो गई।
टेस्टिंग सेंटर फिर से शुरू करने का अफसरों का दावा फेल।
जिले में 15 दिन में 12 से अधिक एक्टिव केस
करीब तीन माह बाद जिले में महिला की मौत के बाद नींद से जागे स्वास्थ्य विभाग के अफसर हरकत में आ गए थे। इसके बाद विभाग की टीम ने शहर के साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने का दावा किया गया। यही वजह है कि जांच शुरू होने के बाद एक-एक कर अब तक 15 से अधिक मरीज मिल चुके हैं, जिनमें वर्तमान में 12 एक्टिव केस हैं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि सभी संक्रमितों का होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है।
कोरोना संक्रमितों की मौत पर गाइडलाइन के अनुसार अंत्येष्टि करने का है निर्देश।
विदेशों से आने वाले हो रहे संक्रमित
स्वास्थ विभाग ने टेस्टिंग कराया, तब संक्रमित मरीजों के ट्रेवल हिस्ट्री की भी जानकारी जुटाई गई। जांच के दौरान पता चला है कि बड़ी संख्या में लोग थाईलैंड, मुंबई, दिल्ली सहित दूसरे राज्यों से लौट रहे हैं। ऐसे लोगों से ही एक बार फिर संक्रमण फैल रहा है। इधर बढ़ते मामलों और उसकी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के अफसर लगातार ट्रेसिंग और टेस्टिंग करने का दावा कर रहा है।
स्वास्थ्य विभाग अब हुआ उदासीन
शहर के साथ ही जिले में अभी भी कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, जिसकी पुष्टि लगातार हो रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अफसर अब कोरोना के मामलों को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं। यही वजह है अस्पतालों में आने वाले सामान्य और गंभीर मरीजों की जांच भी नहीं की जा रही है। इसके चलते बढ़ते मामले की न तो स्वास्थ्य विभाग कोई जानकारी जुटा पा रहा है और न ही लोगों को भी इसकी चिंता है। इसके चलते अब टेस्टिंग और ट्रेसिंग भी नहीं हो पा रही है।