बिलासपुर: दसवीं की छात्रा ने पहले 7 बार हाथ का नस काटा फिर फांसी के फंदे पर झूल गई। इससे पहले भी उसने जहर खाकर खुदकुशी करने का प्रयास किया था। परीक्षा दिलाने के बाद छात्रा अपने बड़े पिताजी के घर आ गई थी। यहीं उसने वारदात को अंजाम दिया। घटना कोनी थाना क्षेत्र की है। सकरी निवासी काजल पात्रे पिता स्व. ईश्वर पात्रे (16) 10वीं कक्षा की छात्रा थी। परीक्षा खत्म होने के बाद वह अपने बड़े पिताजी अन्नू पात्रे के घर कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम लोफंदी घूमने आई थी।
करीब डेढ़ माह से यहां पर थी। 11 अप्रैल की रात को खाना खाकर सो गई थी। बुधवार की सुबह 5 बजे परिजनों की नींद खुली तो काजल कमरे से गायब मिली। उसने ढूंढने निकले। रसोई कक्ष में उसका शरीर फांसी के फंदे पर झूल रहा था। काजल के हाथ पर कटने के भी निशान थे। उससे खून बहा था। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतारकर अस्पताल भेजा। फांसी पर लटकने से पहले छात्रा ने ब्लेड से अपने बायें हाथ की नस को काटने के लिए 7 बार ब्लेड चलाया था। इससे काफी मात्रा में खून बह गया था।