- रायपुर की पुलिस ने भिलाई के रहने वाले युवक को किया गिरफ्तार, राजनांदगांव में भी की थी ऐसी ही वारदात
- 6 दिन पहले स्टेट बैंक के कैश काउंटर से 2.5 लाख रुपए लेकर भागा था, पहले भी जा चुका है जेल
वह पेशे से कम्प्यूटर हार्डवेयर का प्रोफेशनल है लेकिन चोरी की आदत ऐसी लगी कि उसने खुद को चोरियों का प्रोफेशनल बना लिया। मामला रायपुर के स्टेट बैंक में हुई ढाई लाख रुपए की चोरी से जुड़ा हुआ है। 6 दिन पहले बैंक के कैश काउंटर से रुपए ले जाने वाले युवक को पुलिस ने भिलाई से गिरफ्तार किया है। इस युवक का नाम एन कृष्णा राजू रेड्डी है। कम समय में ज्यादा रुपयों को हासिल करने के लालच में कृष्णा पहले भी चोरियों की वारदात को अंजाम दे चुका है। पुलिस को CCTV कैमरों के जरिए कृष्णा के मूवमेंट की जानकारी मिली और इसे पकड़ लिया गया।
दूसरे की बाइक और मोबाइल का इस्तेमाल
गुरुवार को सिविल लाइन स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में ASP लखन पटले ने बताया कि बैंक के कैशियर की तरफ से मिली जानकारी के बाद लगातार टीम कृष्णा को पकड़ने की कोशिश कर रही थी। ये इतना शातिर है कि खुद को बचाने के लिए चोरी के वक्त किसी और बाइक और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता था। बैंक में लगे CCTV में इसकी करतूत कैद हो गई थी। फुटेज की जांच के आधार पर हमें इसका हुलिया मिला था। कैमरों से ट्रैक करने पर पता चला कि ये भिलाई का रहने वाला है।
भिलाई की पुलिस से इसका हुलिया शेयर किया गया। वहां से पता चला कि चोरी के एक केस में जेल जा चुका था। टीम को जानकारी मिली कि ये सिविक सेंटर में कम्प्यूटर हार्डवेयर का काम करता है। वहीं जाकर इसे पकड़ा गया। इसके पास से डेढ़ लाख रुपए मिले हैं। पुलिस ने बताया कि कृष्णा मूलत: ओडिशा का रहने वाला है। रायपुर के बैंक में चोरी की घटना को अंजाम देने से पहले यह कई बार बैंक आ चुका था और किस जगह से चोरी करनी है, इसकी प्लानिंग कर चुका था। साल 2019 में राजनांदगांव के स्टेट बैंक में भी इसी तरह से 5 लाख रुपए की चोरी कर चुका था। साल 2011 में दुर्ग के एक ज्वैलरी शॉप में भी आरोपी चोरी की घटना को अंजाम दे चुका है। इस मामले में इसे पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भी भेजा था।