Monday, November 25, 2024
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कारोबारी ने खरीदी आदिवासियों की जमीन, सक्ती जिले का मामला… ड्राइवर और उसके बेटे-बेटियों के नाम पर रजिस्ट्री, IT ‌विभाग ने कलेक्टर को संपत्ति अटैच करने को कहा

सक्ती: जिले के ग्राम डूमरपारा में स्थित गुरुश्री मिनरल्स के मालिक पर अपने ड्राइवर और उसके बेटे-बेटियों के नाम पर आदिवासियों की जमीन खरीदने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि 149 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री गुरुश्री मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर मुकेश बंसल ने अपने ड्राइवर और उसके बेटे-बेटियों के नाम पर करा दी। बेनामी संपत्ति के दायरे में आने के बाद इनकम टैक्स विभाग के डिप्टी कमिश्नर ने सक्ती कलेक्टर को पत्र लिखकर इन जमीनों को अटैच करने कहा है।

जानकारी के मुताबिक, सक्ती जिले के बाराद्वार, जैजैपुर, डूमरपारा सहित आसपास के गांवों में प्रचुर मात्रा में डोलोमाइट खनिज है। इस जिले का डोलोमाइट देशभर के उद्योगों तक पहुंचाया जाता है। सक्ती जिले के कई गांव आदिवासी बहुल हैं और यहां उनकी जमीनें हैं। उनकी जमीन आसानी से सामान्य लोगों को मिल नहीं सकती, इसलिए आदिवासियों के नाम पर जमीन खरीदकर लोगों ने उद्योग लगा लिया है। इसकी मामले की जांच इनकम टैक्स विभाग द्वारा की जा रही थी।

गुरुश्री मिनरल्स के मालिक पर ड्राइवर और उसके बेटे-बेटियों के नाम पर आदिवासियों की जमीन खरीदने का आरोप।

गुरुश्री मिनरल्स के मालिक पर ड्राइवर और उसके बेटे-बेटियों के नाम पर आदिवासियों की जमीन खरीदने का आरोप।

जांच में आयकर विभाग को पता चला कि गुरुश्री मिनरल्स के डायरेक्टर मुकेश बंसल ने अपने ड्राइवर रतन सिंह सिदार, उसके बेटे छत्रपाल सिंह, बेटी कुमारी ज्योति सिदार और कुमारी प्रीति सिदार के नाम पर जमीन खरीदकर उसकी रजिस्ट्री करवाई है। इनके नाम से खरीदी गई जमीन से लाभान्वित होने वाले गुरुश्री मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर मुकेश बंसल के अलावा पार्टनर्स नानक बंसल, संजय कुमार यादव और मनमोहन शर्मा हैं।

आयकर विभाग के डिप्टी कमिश्नर ने अपने पत्र में गुरुश्री मिनरल्स की बेनामी संपत्ति का खुलासा किया है।

आयकर विभाग के डिप्टी कमिश्नर ने अपने पत्र में गुरुश्री मिनरल्स की बेनामी संपत्ति का खुलासा किया है।

आयकर विभाग ने इन जमीनों का रिकॉर्ड खंगाला, तो यह सवाल सामने आया कि किसी ड्राइवर के पास इतनी जमीन खरीदने के लिए आखिर पैसा कैसे और कहां से आ सकता है। जांच हुई तो इन जमीनों को बेनामी संपत्ति मान लिया गया। बेनामी संपत्ति के दायरे में आने के बाद इनकम टैक्स विभाग के डिप्टी कमिश्नर ने सक्ती कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना को पत्र लिखकर इन जमीनों को अटैच करने कहा है। साथ ही इन जमीनों की खरीद-बिक्री, ट्रांसफर या गिरवी रखने पर रोक लगाने के लिए भी कहा गया है।

कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने आयकर विभाग से आए पत्र की दी जानकारी।

कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने आयकर विभाग से आए पत्र की दी जानकारी।

कर्मचारी के नाम पर खरीदी बेनामी संपत्ति

आयकर विभाग के डिप्टी कमिश्नर सन्नी कछवाहा ने अपने पत्र में गुरुश्री मिनरल्स की बेनामी संपत्ति का खुलासा किया है। इस कंपनी के मालिक द्वारा अपने ड्राइवर रतन सिंह और उसके परिवार वालों के नाम पर जैजैपुर ब्लॉक के खम्हरिया, अकलसरा, छीतापंडरिया गांवों में जमीन खरीदी गई है।

इस संबंध में सक्ती कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने बताया कि सक्ती जिले के डूमरपारा में स्थित गुरुश्री मिनरल्स के मालिक द्वारा अपने कर्मचारियों के नाम से बेनामी संपत्ति खरीदी गई है, जिसे अटैच करने के लिए आयकर विभाग से पत्र आया है। इस पर कार्रवाई की जा रही है। एसडीएम, रजिस्ट्रार और तहसीलदार सक्ती, जैजैपुर को बेनामी संपत्ति की बिक्री, ट्रांसफर और गिरवी रखने पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इन बेनामी जमीन की रजिस्ट्री और उन्हें राजस्व रिकॉर्ड में किसी दूसरे के नाम पर ट्रांसफर करने पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं।




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