Thursday, March 28, 2024
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आरक्षक भर्ती के नतीजे घोषित, 2259 पदों पर सिलेक्शन: पहली बार 15 किन्नर भी छत्तीसगढ़ पुलिस की वर्दी में आएंगे नजर…

  • 30 सितंबर 2018 को पुलिस हेडक्वाटर्स की तरफ से ली गई थी लिखित परीक्षा
  • 2259 पदों के लिए जारी हुआ था विज्ञापन
  • 2019 में राज्य सरकार ने किया था निरस्त, हाईकोर्ट ने दिए थे भर्ती जारी रखने के निर्देश

आरक्षक भर्ती के नतीजे सोमवार को जारी कर दिए गए। 2259 पदों पर पूरे राज्य से उम्मीदवारों का चयन हुआ है। खास बात ये है कि पहली बार छत्तीसगढ़ पुलिस ने में किन्नर समुदाय से ताल्लुक रखने वालों को भी भर्ती में शामिल होने का मौका मिला था। राज्य के 15 ऐसे लोगों को चुना गया है जो अब किन्नर के तौर पर जिंदगी बिता रहे थे। अब ये पहली बार छत्तीसगढ़ पुलिस की वर्दी पहन कर लोगों की सुरक्षा करते नजर आएंगे।

किन्नर समुदाय के अधिकारों के लिए काम करने वाली विद्या राजपूत ने कहा कि एक ऐतिहासिक दिन है वह बेहद खुश हैं यह पहला मौका होगा जब समाज की गाली सहकर और ताली के जरिए अपनी रोजी चलाने वाले किन्नर समुदाय के लोग यूनिफॉर्म पहनकर लोगों की सुरक्षा करते हुए नजर आएंगे। यह एक बड़े बदलाव का दिन है। कैंडिडेट अपना रिजल्ट इस लिंक पर देख सकते हैं- https://cgpolice.gov.in ।

48 हजार लोगों ने दी थी परीक्षा
आरक्षकों की भर्ती के लिए 30 सितंबर 2018 को लिखित परीक्षा का आयोजन हुआ था । इसके बाद 28 जनवरी से 15 फरवरी तक शारीरिक दक्षता के पैमाने पर उम्मीदवारों को परखा गया। इसमें करीब 48 हजार 278 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। सोमवार को इसी परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए गए । रायपुर रेंज में 315 पुरुष 71 महिला 9 तृतीय लिंग समुदाय के लोग जिसमें से एक उम्मीदवार धमतरी जिले से है। रायपुर रेंज में कुल 395 लोगों का सिलेक्शन हुआ है । 1 सहायक आरक्षक और 27 होमगार्ड भी शामिल हैं। आरक्षक ट्रेड में 46 चालक ,19 अन्य ट्रेड आरक्षकों की सूची जारी की गई है। कुक के पद पर 1 महिला भी चयनित हुई है।

पुलिस भर्ती और विवाद
साल 2018 में हुई छत्तीसगढ़ पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा को रद्द किए जाने का खतरा साल 2019 में सामने आया। छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार के बदलने के बाद इसे 27 सितंबर 2019 को निरस्त कर दिया गया था। मामला हाईकोर्ट पहुंचा और चीफ जस्टिस पीआर रामचंद्र मेनन व जस्टिस पीपी साहू की बेंच ने इस मामले में फैसला सुनाया। कोर्ट की तरफ से कहा गया कि भर्ती प्रक्रिया निरस्त किए जाने के सरकार के आदेश को अमान्य किया जाता है। साथ ही 90 दिनों में शारीरिक दक्षता परीक्षा ली जाए।

लिखित परीक्षा दे चुके अभ्यर्थी शारीरिक परीक्षा में भाग लेंगे, इसके बाद आए अंकों के आधार पर भर्ती होगी। वक्त लगा मगर राज्य सरकार को पुरानी परीक्षा के आधार पर ही इस प्रक्रिया को पूरा करना पड़ा।

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